PAK ट्रेन हाईजैकिंग में मरने वालों का अचानक बढ़ा आंकड़ा, आर्मी ने दी डिटेल्स

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Pakistan Train Hijack Death Toll: पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक में मरने वालों का आंकड़ा अचानक बढ़ गया है. पाकिस्तानी आर्मी ने शुक्रवार को बताया कि बलूच विद्रोहियों के हमले में ज्यादा लोग मारे गए हैं. उन्होंने…और पढ़ें

पहले दावा किया था रहा था कि बलूचों ने बम ब्लास्ट किया, अब पता चला कि आईईडी से यह धमाका किया गया था. (Reuters)
हाइलाइट्स
- पाकिस्तानी आर्मी ने पहली बार बताया कि आईईडी करके रोकी गई थी ट्रेन.
- ट्रेन में यात्री ज्यादा थे इसलिए बलूच विद्रोहियों ने बंधकों को रिहा कर दिया.
- बेहद दुर्गम इलाका था, जहां पर इंटरनेट का कनेक्शन भी नहीं था.
पाकिस्तान में ट्रेन हाइजैक पर बड़ी खबर सामने आ रही है. बंधकों को छुड़ाने के लगभग 48 घंटे बाद पाकिस्तानी सेना सबूत पेश कर रही है. बता रही है कि बलूच विद्रोहियों ने किस तरह लोगों को बंधक बना रखा था. पाकिस्तानी आर्मी ने कैसे उन्हें बंधनमुक्त कराया. बार-बार पाकिस्तानी सेना पर सवाल उठ रहे थे कि अगर बंधक छुड़ाए गए हैं तो इसके सबूत कहां हैं? वीडियो और तस्वीरें कहां हैं? बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी का अभी भी दावा है कि पाकिस्तानी सेना के कई जवान अभी उसके कब्जे में हैं. आइए जानते हैं पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक के लेटेस्ट अपडेट…
इस बीच बड़ी खबर आ रही है. बलूच विद्रोहियों ने दावा किया है कि उसने बंधक बनाए गए पाकिस्तानी सेना के सभी 214 जवानों को मार डाला है. बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी आर्मी और सरकार पर ढिंठाई करने का आरोप लगाया और कहा-उनकी वजह से इन सैनिकों की जान गई.
पाकिस्तान आर्मी ने ट्रेन हाईजैकिंग में 25 लोगों के मारे जाने का दावा किया था. लेकिन शुक्रवार को उन्होंने बताया कि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ गया है. अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है. इनकी डिटेल्स देते हुए पाकिस्तान मिलिटरी ने कहा, इनमें 18 सैनिक, तीन रेलवे कर्मचारी और पांच नागरिक शामिल हैं, जो विद्रोहियों द्वारा 24 घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाए गए थे.
हरनाई के कोचाली इलाके में रेलवे ट्रैक साफ करने में व्यस्त पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों पर अज्ञात लोगों ने IED से हमला किया. इसमें कई लोगों के हताहत होने की खबर है.
पाकिस्तानी सेना ने माना कि ट्रेन हाईजैक में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. डीजी आईएसपीआर ने घटना में हताहतों की संख्या का ब्यौरा देते हुए बताया कि 26 शहीद रेल यात्रियों में सेना और एफसी के 18 सुरक्षाकर्मी, पाकिस्तान रेलवे और अन्य विभागों के तीन अधिकारी तथा पांच नागरिक शामिल हैं. आतंकवादी हमले में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि 354 यात्रियों में से 37 घायल हुए हैं.
पाकिस्तान आर्मी ने बताया कि आईईडी से विस्फोट करने के बाद बलूच विद्रोहियों ने एक-एक कर लोगों की जाति पूछी. उनके पहचानपत्र देखे. फिर इन्हें तीन गुटों में बांटकर अलग कर दिया. समझा जा सकता है कि बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी आर्मी के जवानों को किस तरह पहचाना और उन्हें अलग ले गए.
पाकिस्तान आर्मी ने बताया कि आतंकी कई समूहों में काम कर रहे थे और ऊंची जगहों पर रणनीतिक स्थिति बनाए हुए थे. उन्होंने रेलवे ट्रैक पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगा दी थी, जिसमें विस्फोट हुआ और ट्रेन रुक गई.इसके बाद उन्होंने सभी यात्रियों को बंधक बना लिया. कुछ यात्रियों को ट्रेन के अंदर ही रोक लिया गया, जबकि अन्य को बाहर तीन समूहों में बांटकर अलग-अलग कर दिया था. एक-एक की पहचान कर छोड़ रहे थे. उन्होंने इसलिए छोड़ा क्योंकि ट्रेन में इतने अधिक लोग थे कि आतंकवादियों के लिए उन्हें नियंत्रित करना संभव नहीं था.
पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता ने भारत पर ही आरोप मढ़ डाले. लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा कि आतंकवादियों ने हाल की घटना के साथ-साथ पिछले हमलों में भी भारतीय और अफगानी दोनों हथियारों का इस्तेमाल किया था. हमें यह समझना होगा कि बलूचिस्तान में हुई इस आतंकवादी घटना और इससे पहले हुई अन्य घटनाओं का मुख्य प्रायोजक आपका पूर्वी पड़ोसी है.
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने ऑपरेशन का ब्योरा देते हुए कहा, आतंकवादियों ने हमले के लिए जानबूझकर दूर की जगह चुनी थी. वहां का इलाका बहुत ही दुर्गम था, जिससे वहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल था. वहां मोबाइल सिग्नल भी नहीं थे. ट्रेन पर हमला होने से पहले, आतंकवादियों के एक बड़े समूह ने फ्रंटियर कोर के एक चौकी पर हमला किया, जिसमें तीन फ्रंटियर कोर सैनिक शहीद हो गए. पाकिस्तानी आर्मी की प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने कहा- दुष्ट ताकतों ने ने निहत्थे लोगों को निशाना बनाया. जो उन्होंने किया, उससे उन्हें केवल आतंकवादी ही कहा जाना चाहिए.
March 14, 2025, 17:15 IST
