Insta Maid: 15 मिनट में घर पहुंचेगी 'मेड!' Urban Company की नई सर्विस, सोशल मीडिया पर बवाल

Urban Company की यह Insta Maids सर्विस अभी सिर्फ प्रयोगात्मक तौर पर चालू की गई है। यह फिलहाल मुंबई में लागू की गई है। कंपनी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल (X) पर इसकी जानकारी दी है। कंपनी का कहना है कि इंस्टा मेड पार्टनर्स को फ्री हेल्थ इंश्योरेंस मिलेगा, और लाइफ और एक्सिडेंटल कवरेज भी मिलेगी। X पोस्ट में कंपनी ने कहा, ‘अर्बन कंपनी में, हम अपने सर्विस पार्टनर्स की भलाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। इस नई सर्विस में भागीदार 150-180 रुपये प्रति घंटे कमाते हैं, साथ ही मुफ़्त हेल्थ इंश्योरेंस और ऑन द जॉब जीवन और दुर्घटना बीमा भी मिलता है। 132 घंटे प्रति माह (22 दिन x 6 घंटे प्रतिदिन) काम करने वाले भागीदारों को कम से कम 20,000 रुपये प्रति माह की आय दी जाती है।’
We are thrilled by the overwhelmingly positive response to our newly launched service, “Insta Maids / Insta Help”, in Mumbai. Currently, the service is in its pilot phase, and we look forward to expanding it to other cities soon.
At Urban Company, we are deeply committed to the…
— Urban Company (@urbancompany_UC) March 14, 2025
कंपनी ने कहा है कि 49 रुपये प्रतिघंटा ऑफर कस्टमर्स के लिए एक सीमित समय के लिए है। जैसे ही सर्विसेज बढ़ेंगी कीमतों में सुधार किया जाएगा ताकि पार्टनर्स के लिए एक सुचारू आय सुनिश्चित की जा सके, साथ ही कस्टमर्स के लिए भी सर्विसेज पहुंच में रहें।
जब से कंपनी ने इस सर्विस की घोषणा की है, इंटरनेट पर इसे लेकर एक बहस छिड़ गई है। कई यूजर्स ने कंपनी की इस सर्विस का स्वागत किया है। जबकि कई यूजर्स ने इस पर विरोध जताया है। यूजर्स ने सर्विस के नाम में मेड शब्द का इस्तेमाल करने पर भी आपत्ति जताई है। एक यूजर ने कहा कि भारत जैसे देश को इस सर्विस बहुत ज्यादा जरूरत है। यहां भारी संख्या में डिमांड है और उतनी ही ज्यादा सप्लाई भी उपलब्ध है।
India desperately needs an army of blue collar domestic workers. There is a need and there is ample supply. Good step @urbancompany_UC also go for baby sitting services
— Rooh Baba (@rahulkshyp) March 14, 2025
This is violation of Human rights , stop exploiting cheap labour in the name of “Innovation” and shit
— NOVA (@Astron_Nova) March 14, 2025
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है। इनोवेशन के नाम पर लेबर का शोषण करने की कोशिश है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि कंपनी से कुछ बेहतर की उम्मीद थी। हालांकि इस सर्विस की घोषणा के बाद लाखों यूजर्स ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। अब देखना होगा कि कंपनी अपनी सर्विस के तहत मार्केट में इसे लागू करने में कितनी कामयाब हो पाती है।
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