Ex IPS Shivdeep Lande ने बनाई नई राजनीतिक पार्टी, बिहार चुनाव लड़ने का ऐलान

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Shivdeep Lande: पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा की है और आगामी विधानसभा चुनाव में भाग लेने का ऐलान किया है. इसके साथ ही उनकी पार्टी के लोगो यानी प्रतीक चिन्ह के बारे में बताते हुए …और पढ़ें

पटना में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शिवदीप लांडे.
पटना. बिहार के राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर ये है कि पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे की राजनीतिक पारी की शुरुआत हो गई है. उन्होंने अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर दी है. शिवदीप लांडे ने अपनी नई पार्टी के नाम का नाम हिंद सेने रखा है. आज उन्होंने पार्टी के नाम की घोषणा करते हुए कहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी भी लड़ेगी. शिवदीप लांडे ने राजनीतिक पार्टी हिंद सेना की घोषणा करते हुए कहा कि यह दल मानवता सामाजिक न्याय और सेवा जैसे मूल्यों पर आधारित होगा.
शिवदीप लांडे ने प्नेस वार्ता में कहा, मैंने अपनी नौकरी की शुरुआत ‘जय हिंद’ से की थी और अब उसी जोश के साथ एक नई राजनीतिक शुरुआत कर रहा हूं. यह पार्टी युवाओं के लिए और युवाओं के माध्यम से बनेगी. हर युवा बदलाव चाहता है, लेकिन सवाल है- कौन लाएगा ये बदलाव? हम युवाओं के लिए माध्यम बनना चाहते हैं.शिवदीप लांडे ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में वे लगातार बिहार के गांवों और पिछड़े क्षेत्रों में वे घूमे, जहां की जमीनी सच्चाइयों ने उन्हें राजनीति में उतरने के लिए प्रेरित किया.
शिवदीप लांडे ने त्रिपुंड का अर्थ बताया
शिवदीप लांडे ने इस अवसर पर अपनी पार्टी के लोगो के बारे में बाते हुए कहा कि उनकी पार्टी का प्रतीक ‘त्रिपुंड और खाकी’ होगा, जो उनके अब तक के जीवन दर्शन को दर्शाता है. यह प्रतीक (Humanity), न्याय (Justice) और सेवा (Service), को दर्शाएगा. पूर्व आईपीएस ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी बिहार के कई हिस्सों में बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंचीं हैं. जमुई में आज भी लोग अपने पशुओं को लेकर पानी के लिए सहरसा और खगड़िया जाते हैं. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आवास को पार्टी के मुख्य एजेंडे में शामिल किया है. लांडे ने कहा कि सामाजिक न्याय क्या है आज? अगड़ा का नेता, पिछड़ा का नेता, दलित का नेता, सभी जात का नेता बनकर रह गए हैं सब, क्या यही न्याय है?
‘हिंद सेना’ नेता ने कहा कि मैंने पुलिसिंग की है, इसलिए जानता हूं कि बिहार में हर साल करीब 2700 से 3000 हत्याएं होती हैं. इनमें से करीब 57% हत्याएं जमीन विवाद को लेकर होती हैं. यानी हर साल 1500 से ज्यादा लोग सिर्फ जमीन के झगड़े में मारे जाते हैं. हर दिन 4 से 5 लोग मारे जाते हैं. अब सोचिए इस हालात में एक आम आदमी को न्याय कैसे मिलेगा? बहुत से लोग सोचते हैं कि न्याय उनकी जेब में है लेकिन मेरी पार्टी का ‘न्याय’ का कॉन्सेप्ट सिर्फ उनके लिए है जो सच्चे गरीब, वंचित और पीड़ित है और इस मुद्दे को वह राजनीति में आगे करेंगे.
पूर्व आईपीएस ने स्वयं को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करते हुए कहा कि अब हमारा उद्देश्य युवाओं को जोड़ना, संगठन खड़ा करना और चुनाव के लिए वैचारिक ताकत तैयार करना है. उन्होंने बताया कि जल्द ही पार्टी का नाम, झंडा और संगठनात्मक ढांचा औपचारिक रूप से घोषित किया जाएगा. जो व्यक्ति मानवता, न्याय और सेवा की भावना से खड़ा हो, वही इस पार्टी का हिस्सा बन सकता है. उन्होंने कहा कि लोगों को चुनना है और संगठन बनाना है.
बता दें कि कि शिवदीप लांडे 2006 बैच के आईपीएएस अफसर रहे हैं. उन्होंने करीब 18 वर्षों तक सर्विस की और बीते साल 19 सितंबर 2024 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था तब उस समय लांडे पूर्णिया के आईजी के पद पर तैनात थे. बीते जनवरी 2025 में उनका इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया था. आईपीएस की नौकरी छोड़ते हुए शिवदीप लांडे ने कहा था कि बिहार उनकी कर्मभूमि रही है और वह इसकी सेवा करते रहेंगे.
