56 जवानों का हत्यारा, एनकाउंटर में गया मारा, Encounter से टूटी नक्सल की कमर

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Bijapur Naxal Encounter: बीजापुर जिले में रविवार को हुई मुठभेड़ में मारे गये 31 नक्सलियों में एक पिछले महीने विस्फोट में सुरक्षाबलों के वाहन को उड़ाने की घटना का मास्टरमाइंड था. पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार …और पढ़ें

बीजापुर में नक्सल एनकाउंटर में मारे गए 31 नक्सली.
हाइलाइट्स
- बीजापुर एनकाउंटर में 31 नक्सली मारे गए.
- मारे गए नक्सलियों में 11 महिलाएं शामिल थीं.
- एनकाउंटर में 2 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए.
बीजापुरः छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में हुए एनकाउंटर ने इस बार नक्सलियों की कमर तोड़ दी है. माओवादी संगठन की सबसे मजबूत डिविजन पश्चिम बस्तर को तगड़ा झटका लगा है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को हुई मुठभेड़ में मारे गये 31 नक्सलियों में एक पिछले महीने विस्फोट में सुरक्षाबलों के वाहन को उड़ाने की घटना का मास्टरमाइंड था. पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पिछले महीने एक विस्फोट में सुरक्षाबलों के आठ जवान और एक वाहन चालक की जान चली गयी थी. नौ फरवरी को इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र की पहाड़ी में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 11 महिलाओं समेत 31 नक्सलियों को मार गिराया था. इस दौरान दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए तथा दो अन्य घायल हो गए.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मारे गए 31 नक्सलियों में से अब तक 17 पुरुषों और 11 महिलाओं समेत 28 की पहचान हो चुकी है। उन पर कुल 1.10 करोड़ रुपये का इनाम है. बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि मारे गए माओवादियों में से हुंगा कर्मा माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन का सचिव था तथा उसके सर पर आठ लाख रुपये का इनाम था.
मुठभेड़ में मारा गया हुंगा कर्मा जीवित रहते तक बीजापुर में चार बड़ी घटनाओं में लीड रोल प्ले किया था. जिसमें दण्डकारण्य में नक्सल इतिहास की सबसे बड़ी घटना रानीबोदली कैम्प अटैक शामिल है, जिसमें 56 जवानों की शहादत हुई थी. साल 2007 में नक्सलियों ने बीजापुर जिले के कुटरू इलाके में मार्च के महीने में खून की होली खेली थी. इसके अलावा साल 2006 में मुरकीनार पर कैम्प अटैक, इस नक्सली वारदात को कभी नहीं भुलाया जा सकता. वजह है नक्सलियों ने कैम्प पर अटैक ना सिर्फ दिनदहाड़े किया था बल्कि वारदात को अंजाम देने के लिए यात्री बस को हाईजैक तक किया था.
इसके बाद साल 2013 में नरुकनपाल में सीआरपीएफ की गश्ती टुकड़ी को निशान बनाने के साथ इसी वर्ष अम्बेली आईईडी विस्फोट की घटना में हुंगा शामिल बताया गया है. इस घटना में आठ जवान शहीद हुए थे. पुलिस की तरफ से जारी बयान में यह भी बताया गया है कि वर्ष 2025 में पुलिस-माओवादी मुठभेड़ में अब तक 18 हथियार बरामद हुए है, जिनमें 07 हथियार की पहचान हो चुकी है. ये हथियार जवानों से लूटे गए थे.
बता दें कि नक्सल प्रभावित राज्यों में छत्तीसगढ़ राज्य सफलता को लेकर सबसे ऊपर है. किसी भी नक्सल प्रभावित राज्य में नहीं हुआ साल के शुरुवात के इतना बड़ा एनकाउंटर. महज डेढ़ महीने में 65 खूंखार नक्सलियो को मार गिराया जवानो ने. बस्तर आई जी के अब तक के कार्यकाल के दौरान 500 से अधिक माओवादी हुए ढेर. साल 2024 के बाद जवानों की बदली रणनीति. बस्तर आई जी सुन्दर राज पी ने एक बार फीर माओवादियों से की अपील. करे सरेन्डर, वरना अंजाम होगा बुरा.
February 14, 2025, 12:44 IST
