WhatsApp जासूसी मामला: पत्रकार सहित 90 यूजर्स हुए थे हैकिंग के शिकार, इस इजरायली कंपनी पर लगा आरोप!
द गार्जियन की रिपोर्ट बताती है कि Meta ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि Meta के स्वामित्व वाले मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp का यूज करने वाले लगभग 100 पत्रकारों और सिविल सोसाइटी के अन्य सदस्यों को हैकिंग सॉफ्टवेयर बनाने वाली इजरायली निर्माता Paragon के स्वामित्व वाले स्पाइवेयर द्वारा टार्गेट किया गया था। WhatsApp ने पब्लिकेशन को बताया कि पत्रकारों और अन्य सदस्यों को उनके डिवाइस के संभावित समझौते के बारे में सचेत किया जा रहा था। इतना ही नहीं, प्लेटफॉर्म ने दावा किया है कि उसे “हाई कॉन्फिडेंस” था कि इनमें से 90 यूजर्स को टार्गेट किया गया था और “संभवतः समझौता किया गया था”।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अटैक के पीछे कौन था। बता दें कि ऐसा माना जाता है कि Paragon के हैकिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सरकारी ग्राहकों द्वारा किया जाता है और WhatsApp ने कहा कि वह उन ग्राहकों की पहचान करने में सक्षम नहीं है जिन्होंने कथित हमलों का आदेश दिया था।
रिपोर्ट आगे बताती है कि एक्सपर्ट्स का कहना हैकि टार्गेटिंग एक “जीरो-क्लिक” अटैक था, जिसका मतलब है कि टार्गेट को संक्रमित होने के लिए किसी भी दुर्भावनापूर्ण लिंक पर क्लिक नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, WhatsApp ने पब्लिकेशन को यह नहीं बताया कि पत्रकार और सिविल सोसाइटी के अमेरिका में स्थित थे और नहीं, तो वे कहां रहते थे।
WhatsApp फिलहाल कथित हैकिंग के विकटिम्स को सूचित कर रही है, जिनसे व्हाट्सऐप द्वारा संपर्क किया जाएगा। Paragon Solutions ने पब्लिकेशन द्वारा पूछे गए प्रश्नों का कथित तौर पर उत्तर देने से इनकार कर दिया है।
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