सिर्फ ₹15,000 में शुरू करें तरबूज की खेती, कम समय में मिलेगा लाखों का मुनाफा

Agency:Local18
Last Updated:
Watermelon farming tips: तरबूज की जल्दी खेती से कम समय और खर्च में अच्छे मुनाफे की उम्मीद होती है. फरवरी में बुवाई करने पर यह फसल जल्दी तैयार होती है. विक्रम चौधरी जैसे किसान इससे अच्छे दाम प्राप्त कर रहे हैं.

तरबूज की खेती
किसानों के लिए शुरुआत में की जाने वाली खेती काफी फायदेमंद साबित होती है क्योंकि जब फसल तैयार होती है, तो बाजार में उसकी कमी होती है. इससे किसानों को अच्छे दाम मिलते हैं. खासकर खीरा और तरबूज की जल्दी खेती किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है. इनकी खेती कम समय में होती है, जिससे फसल जल्दी तैयार हो जाती है. बस्ती जिले के चित्रगढ़िया के निवासी प्रगतिशील किसान विक्रम चौधरी ने पिछले साल इस खेती की शुरुआत की थी और उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ था. इस सफलता को देखते हुए उन्होंने इस बार अपनी बुवाई दोगुनी कर दी है.
बीज का चयन और सही समय पर बुवाई
लोकल 18 से बातचीत में विक्रम चौधरी ने बताया कि खीरा और तरबूज की खेती के लिए फरवरी के महीने का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है. हालांकि, जो किसान जल्दी फसल उगाना चाहते हैं, वे 20 जनवरी से भी बुवाई शुरू कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस बार उन्होंने खीरे के लिए ईस्ट वेस्ट कंपनी के नाज़िया बीज और तरबूज के लिए सरस्वती, जन्नत, सागर किंग जैसे बीज चुने हैं. इन बीजों का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि ये रोगमुक्त होते हैं और अच्छी उपज देते हैं.
भूमि की तैयारी और खाद का प्रयोग
खेती की शुरुआत से पहले खेत में वर्मी कम्पोस्ट या देसी खाद डालना आवश्यक होता है. एक एकड़ खेत में 5 ट्रॉली वर्मी कम्पोस्ट या गोबर खाद, 1 बोरी डीएपी, 2 बोरी सुपर फॉस्फेट, 1 बोरी पोटाश और नीम की खली मिलाई जाती है. इसके बाद खेत की जुताई कर बेड बनाए जाते हैं और मल्चिंग की जाती है. मल्चिंग से खरपतवार हटाने में मदद मिलती है, पानी का सही प्रबंधन होता है, और परावर्तित प्रकाश के कारण कीट भी मारे जाते हैं, जिससे फसल का उत्पादन बेहतर होता है.
कम खर्च में ज्यादा मुनाफा
खीरा और तरबूज की खेती पर प्रति बीघा करीब 15,000 रुपये खर्च होते हैं. अगर मुनाफे की बात की जाए, तो यह खेती कम से कम 50,000 रुपये का मुनाफा देती है. विक्रम चौधरी ने बताया कि पिछले साल उन्होंने एक बीघा तरबूज की फसल से 50,000 रुपये से अधिक का मुनाफा कमाया था. इस प्रकार, यह खेती कम समय और खर्च में बहुत अच्छा मुनाफा देती है.
January 29, 2025, 13:47 IST
