'स्केच के दो आतंकी खच्चर वाले हैं..' पहलगाम से वापस लौटी मॉडल का दावा

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Pahalgam Terror Attack Latest News : जौनपुर की एकता तिवारी अपने परिवार के साथ पहलगाम घूमने गई थीं. आतंकी हमले से दो दिन वह लौट आई थीं. एकता तिवारी ने पहलगाम में आतंकियों की ओर की जारी रेकी को लेकर हैरान करने वा…और पढ़ें

पहलगाम में हुए आतंकी हमले से दो दिन लौटकर आईं जौनपुर की एकता तिवारी ने कई सनसनीखेज खुलासे किए…
हाइलाइट्स
- एकता तिवारी ने पहलगाम में आतंकी रेकी का खुलासा किया.
- धर्म और परिवार से जुड़े सवाल पूछे गए थे.
- एकता ने सरकार से मामले की जांच की मांग की.
जौनपुर. कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा इनपुट सामने आया है. पहलगाम से वापस जौनपुर लौटी मॉडल एकता तिवारी ने दावा किया है कि जिन आतंकियों का स्केच सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया है, उनमें से दो खच्चर वाले हैं. इन्हीं के साथ वह पहलगाम गई थी, जहां इन्होंने उसके साथ बदसलूकी भी की थी. एकता तिवारी के मुताबिक उन्हें इन खच्चर वालों की हरकतें संदिग्ध लगी थीं, इसलिए उसने इनका वीडियो बना लिया था. अब आतंकियों का स्केच देखने के बाद उन्हें पता चला कि वह मौत के मुंह में से निकलकर आई हैं.
एकता तिवारी के मुताबिक आतंकियों का स्केच देखकर वह चौंक गई थीं. उसने तत्काल सीएम हेल्पलाइन 1076 पर कॉल कर पूरी घटना की जानकारी दे दी है. कहा कि उसे खच्चर पर ले जाने वाले दोनों लोगों की तस्वीर आतंकियों के स्केच से पूरा मिल रही है. इन आतंकियों ने कुरान न पढ़ने और रुद्राक्ष की माला पहनने को लेकर उनके साथ बदसलूकी की थी. इस संबंध में एकता ने CISF में तैनात अपने रिलेटिव को सूचित कर दिया था. एकता के मुताबिक इनमें से एक खच्चर वाला जूते में कीपैड वाला फोन छिपाकर रखा था.
न्यूज 18 से बात करते हुए एकता तिवारी ने कहा कि घटना वाली जगह उन्हें खच्चर चालक के रूप मे आतंकी अपने साथ ले जाना चाहते थे लेकिन वह नहीं गई. बार-बार धर्म के बारे मे सवाल किया जा रहा था. किस धर्म से हो.
इस दौरान इन आतंकियों ने उनके और उनके भाई का धर्म पूछा और कुरान नहीं पढ़ने और रुद्राक्ष पहनने को लेकर उनके साथ बदसलूकी की. बैंक की नौकरी छोड़कर मॉडलिंग कर रही एकता तिवारी ने बताया कि 13 अप्रैल को वह अपने परिवार और दोस्तों के साथ मां वैष्णो देवी यात्रा पर निकली थी । यहां से 16 अप्रैल को वह अपने ग्रुप के साथ सोनमर्ग, श्रीनगर की ओर निकल गए और 20 अप्रैल को वह पहलगाम पहुंची थी. एकता के साथ उनके पति, दो बच्चे, भाई के अलावा दोस्तों सहित कुल बीस लोग थे. एकता ने बताया कि उसने पहलगाम के लिए एक खच्चर वाले से बात की थी, लेकिन वह खुद ना जाकर दूसरे खच्चर वालों को उनके साथ भेज दिया था.
आगरा निवासी एकता तिवारी पेशे से मॉडल है. पिछले तीन वर्षों से मड़ियाहूं में एक किराए के मकान में रह रही हैं. उनके पति प्रशांत तिवारी जौनपुर के जल जीवन मिशन में सीनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं.
एकता तिवारी ने बताया, ‘खच्चर वाले के साथ दो अजनबी आए थे. वो मुझसे अजमेर के बारे में पूछ रहे थे. मैंने कहा कि मैं अजमेर नहीं गई. वो मुझसे अमरनाथ यात्रा के बारे में सवाल करने लगे. कितने लोग आए हैं, किस धर्म से हैं..ये सब सवाल किए. मुझे उनकी बातों से डर लगा. मैंने उन्हें सच नहीं बताया. मेरे पति के बारे में जानकारी पूछी. शादी से जुड़े सवाल किए. पूछा कि कुरान पढ़ती हो? फिर पूछा कि आप किस धर्म को ज्यादा मानते हो. उन्होंने दावा किया कि वो कुरान के टीचर हैं.’
एकता तिवारी ने बताया, ‘वो लोग हमें बैसरन घाटी ले जाने की जिद कर रहे थे. हम लोग वहां नहीं गए. गुस्से में उन्होंने हम लोगों के साथ बदसलूकी की. इसके कुछ वीडियो भी हमारे पास हैं. हमारे ग्रुप के आधे से ज्यादा लोग वापस आ गए. जो स्केच जारी किए गए हैं, उनमें से एक आतंकवादी को मैं पहचानती हूं. हम 21 अप्रैल को वहां से वापस आए थे.’
