ड्रग्स निगलने वाले युवक के पेट में क्या-क्या हुआ था? SP ने खुद खोला 'राज'

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Himachal Pradesh News : इस युवक का लंबे समय तक देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इलाज भी चला. ड्रग्स निगल जाने पर उसके पेट के अंदर क्या-क्या हुआ, इसके बारे में एसपी ने जानकारी दी.

युवक ने पुलिसकर्मियों को चकमा देकर चिट्टा का पैकेट निगल लिया था.
हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश में पुलिस द्वारा पकड़े जाने के डर से चिट्टा (मिलावटी हेरोइन) का एक पैकेट निगलने वाले युवक की कांगड़ा में मौत हो गई. युवक के परिवार ने उसकी पहचान बताने से इनकार कर दिया है. इलाज के दौरान इस युवक की अपने घर पर मौत हो गई. इस युवक ने पकड़े जाने के डर से ड्रग्स का पूरा पैकेट निगल लिया था. उसका लंबे समय तक देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इलाज भी चला. ड्रग्स निगल जाने पर उसके पेट के अंदर क्या-क्या हुआ, इसके बारे में एसपी ने जानकारी दी. आइये जानते हैं…
पुलिस ने 25 जनवरी को बड़सर इलाके में एक युवक को पकड़ा था, जिसके पास से 15 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया था, लेकिन उसने पुलिसकर्मियों को चकमा देकर चिट्टा का पैकेट निगल लिया.
तबीयत बिगड़ने पर उसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर के आईसीयू में भर्ती कराया गया. चिकित्सकों ने युवक के पेट से नशे का पैकेट निकाला, लेकिन पैकेट फट चुका था. युवक का एक महीने से अधिक समय तक इलाज चला.
हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि मिलावटी मादक पदार्थ के कारण युवक के गुर्दे समेत कई अंग बुरी तरह प्रभावित हुए थे. युवक की डायलिसिस भी की जा रही थी. चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद युवक को बचाया नहीं जा सका. उन्होंने बताया कि युवक के खिलाफ पहले भी नशीले पदार्थों से जुड़े मामले दर्ज किये गए थे.
इससे पहले गुरुवार को बड़सर पुलिस ने बनी कस्वा में पेट्रोल पंप के मालिक आशीष कुमार को गिरफ्तार किया था, जिसके परिसर से करीब 38.63 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया था.
स्थानीय अदालत ने आरोपी को सात अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. पेट्रोल पंप मालिक चिट्टा की तस्करी करता था और जब पुलिस ने उसके दफ्तर पर छापा मारा तो तस्करी की वस्तु बरामद हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले भी नशीले पदार्थों की आपूर्ति में शामिल रहा है.
