थूक निगलने से नहीं टूटता रोजा! अलीगढ़ के मौलाना ने बताए जरूरी नियम

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ramadan fasting rules: मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना इफराहीम हुसैन ने बताया कि रोजे के दौरान कुछ भी जानबूझकर खाने-पाने से रोजा टूट जाता है. यही वजह है कि रोजेदार प्यास की शिद्दत होने के बाद भी एक बूंद तक पानी नहीं पी…और पढ़ें

रोजे में भूल कर भी नहीं करें ये काम, वरना टूट जायेगा रोज़ा
अलीगढ़: रमजान का पाक महीना चल रहा है. ऐसे में मुस्लिम समाज के लोग रोज़ा रख कर अल्लाह की इबादत करते हैं. दरअसल, रोजा इस्लाम धर्म के पांच प्रमुख स्तंभों तौहीद नमाज, रोजा, जकात और हज में से एक है. रोजे के दौरान हर रोजेदार सुबह सूरज निकलने से पहले लगभग डेढ़ घंटे पहले से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी खाते पीते नहीं हैं और रोजा रख कर खुदा की इबादत करते हैं. यह इस्लाम में बहुत ही पवित्र माह होता है.
रोजे की शुरुआत सेहरी से होती है और इफ्तार के साथ यह खत्म होता है. इफ्तार करने के बाद हर उस काम की इजाजत है जो एक मुसलमान के लिए आम दिनों में जायज है. हालांकि, रोजे से जुड़े कई ऐसे नियम हैं जिसका पालन नहीं करने से रोजा टूट जाता है. तो आइए जानते हैं कि वह कौन से अमल हैं, जिससे रोजा टूट जाता है.
इस गलती से नहीं टूटता रोजा
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना इफराहीम हुसैन ने बताया कि रोजे के दौरान कुछ भी जानबूझकर खाने-पाने से रोजा टूट जाता है. यही वजह है कि रोजेदार प्यास की शिद्दत होने के बाद भी एक बूंद तक पानी नहीं पीते हैं. हालांकि, भूलवश कुछ खाने से रोजा नहीं टूटता है. शर्त ये है कि अगर कोई भूले से कुछ खा या पी रहा है तो जैसे ही रोजे की याद आ जाए तो तुरंत खाना-पीना बंद कर दें और मुंह में भी जो कुछ है उसे उगल दें. इससे भी रोजा नहीं टूटता है.
ऐसे टूट जाता है रोजा
मौलाना इफराहीम हुसैन ने बताया कि रोजे के अंदर शारीरिक संबंध बनाना वर्जित है. लिहाजा, रोजे की हालत में शारीरिक संबंध बनाने से रोजा टूट जाता है और इस रोजे के बदले 60 रोजा रखने का प्रावधान है. इसके अलावा, रोजे के दौरान किसी महिला के माहवारी शुरू हो जाने पर भी रोजा टूट जाएगा. लिहाजा, ऐसी महिला को रोजा तोड़कर खाना पीना शुरू कर देना चाहिए. इसके बदले उन्हें बाद में रोजा रखना होगा. उन्होंने बताया कि रोजे के दौरान नाक-कान और आंख में दवाई डालना भी मना है. ऐसा करने से रोजा टूट जाता है. हालांकि, सुरमा लगाने या दांतों में खिलाल करने, इत्र लगाने और कान की सफाई करने से रोजा नहीं टूटता है. हालांकि, रोजे के दौरान औरतों को इत्र लगाने से परहेज करना चाहिए.
मौलाना ने कहा कि यूं तो इस्लाम धर्म में सभी तरह के धूम्रपान आम दिनों में भी वर्जित है. लिहाजा, रोजे के दौरान इनके इस्तेमाल से भी रोजा टूट जाता है. रोजे के दौरान हुक्का, सिगार, सिगरेट, पान, तम्बाकू पीने और खाने से रोज़ा टूट जाता है. अगर पान और तंबाकू की पीक थूक दी हो, फिर भी रोजा टूट जाएगा, क्योंकि इसके छोटे-छोटे अंश हलक में चिपक जाते हैं.
थूक निगलने से नहीं टूटता रोजा
रोजे को लेकर एक बड़ी गलतफहमी है कि थूक निगलने से रोजा टूट जाता है, जोकि पूरी तरह से गलत है. हां, अगर कोई थूक को मुंह में जमा कर निगलता है तो इससे रोजा टूट जाएगा. इसके अलावा, दूसरे का थूक निगल लिया या अपना ही थूक हाथ पर लेकर फिर से निगल लिया तो इससे रोज़ा टूट जायेगा. रोजे के दौरान जानबूझकर मुंह भर कर उल्टी करने से भी रोजा टूट जाता है. लेकिन, अगर मुंह भरकर उल्टी नहीं की हो तो रोजा नहीं टूटेगा. अगर बीमारी की वजह से खुद-ब खुद उल्टी हो जाए, तो इससे भी रोजा नहीं टूटता है.
इसके अलावा, रोजे के दौरान हर हराम काम से बचना चाहिए. जैसे चोरी करने, गाना सुनने, झूठ बोलने, किसी की शिकायत करने, गाली-गलौज और लड़ाई झगड़ा करने जैसे बुरे काम से भी बचना चाहिए. इससे रोजा टूटता तो नहीं है, लेकिन रोजे की रूहानियत खत्म हो जाती है. लिहाजा, रोजे की हालत में ऐसे बुरे कामों से हर हाल में बचना चाहिए.
Aligarh,Uttar Pradesh
March 09, 2025, 22:44 IST
