'हिन्दी चीनी भाई-भाई' पीछे छूटा, अब चीन ले आया 'ड्रैगन-हाथी फ्रेंडशिप'

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ट्रंप के आने के बाद चीन बेचैन है और अब भारत के साथ रिश्ता खराब नहीं करना चाहता. यही वजह है कि चीन के विदेश मंत्री बार-बार भारत के साथ अच्छे रिश्तों की दुहाई दे रहे हैं. इस बार उन्होंने ‘ड्रैगन-हाथी फ्रेंडशि…और पढ़ें

पीएम मोदी जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले थे. (File Photo-PTI)
हाइलाइट्स
- चीन के विदेश मंत्री ने कहा-भारत चीन साथ चलें तो किसी भी शक्ति से जीत जाएंगे.
- ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) का उदाहरण देते हुए कहा-यही दुनिया के हित में है.
- चीन और भारत को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए, न कि कमजोर करना चाहिए.
1950 के दशक में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने ‘हिन्दी चीनी भाई-भाई’ का नारा दिया था, जो भारत और चीन के बीच दोस्ती को दिखाने के लिए था. लेकिन 1962 में जब चीन ने हमला किया तो यह नारा अप्रासंगिक हो गया, क्योंकि युद्ध ने दोनों देशों के रिश्तों में बड़ी खटास पैदा कर दी. लेकिन अब उल्टा हो रहा है. पूर्वी लद्दाख में टकराव के 5 साल बाद जब दोनों देशों के रिश्ते फिर सुधर रहे हैं तो चीन ‘ड्रैगन-हाथी फ्रेंडशिप’ की कहानी लेकर आ गया है.
अमेरिका ने चीन के सामानों पर टैक्स बढ़ा दिए हैं, जिससे दोनों देशों में तनाव है. इस बीच चीन, भारत से दोस्ती बढ़ाने की बात कर रहा है. चीन का कहना है कि दोनों देश मिलकर दुनिया में किसी एक देश की मनमानी और दादागिरी नहीं चलने देंगे और अंतरराष्ट्रीय नियमों की रक्षा करेंगे. चीन के रुख में ये बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच रूस के कजान शहर में हुई मुलाकात के बाद आया.
समझाई ड्रैगन हाथी की कहानी
हाल ही में चीन की संसद के सालाना सत्र में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन और भारत एक-दूसरे की तरक्की में मददगार होने चाहिए. उन्होंने ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) का उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों देशों का साथ मिलकर चलना ही सबसे सही विकल्प है. वांग यी ने कहा कि चीन और भारत को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए, न कि कमजोर करना चाहिए. एक-दूसरे के साथ काम करना चाहिए. एक-दूसरे के खिलाफ नहीं होना चाहिए. यही वो रास्ता है जो दोनों देशों और उनके लोगों के हित में है. वांग यी ने कहा कि जब चीन और भारत साथ आते हैं तो दुनिया में लोकतंत्र मजबूत होता है और विकासशील देशों को ताकत मिलती है.
मतभेद रिश्तों पर हावी न होने दें
चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि चीन और भारत, एक-दूसरे के पड़ोसी होने के नाते एक-दूसरे की तरक्की में मदद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें अपने रिश्तों पर हावी नहीं होने देना चाहिए. वांग यी ने कहा कि इस साल भारत और चीन के बीच कूटनीतिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं. चीन इस मौके को खास बनाने और दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है.
New Delhi,New Delhi,Delhi
March 07, 2025, 15:57 IST
