शेख हसीना को बताते थे लुटेरा, अब एक भी टका वापस नहीं ला पाए मुहम्मद यूनुस

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बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद मुहम्मद यूनुस ने दावा किया कि 240 अरब डॉलर ब्लैकमनी बाहर गई है, लेकिन व्हाइट पेपर कमेटी ने इसे वापस लाने में असफलता बताई है.

मुहम्मद यूनुस शेख हसीना पर लगाया करते थे आरोप (Photo_PTI)
हाइलाइट्स
- 15 सालों में बांग्लादेश से लगभग 240 अरब डॉलर ब्लैकमनी बाहर जाने का था दावा
- पांच महीनों की सरकार में इसके लिए कोई भी बड़ा कदम अब तक नहीं उठाया गया.
- ज्यादातर मामलों में सिर्फ घरेलू मोर्चे पर ही की जा रही है, अब सरकार भी जाने वाली.
शेख हसीना के तख्तापलट के बाद मुहम्मद यूनुस बार-बार ये कहते सुने गए कि पिछले 15 सालों में बांग्लादेश से लगभग 240 अरब डॉलर ब्लैकमनी बाहर गई है. हर साल लगभग 16 अरब डॉलर भेज दिया जाता है. हम इसे वापस लेकर आएंगे. लेकिन व्हाइट पेपर कमेटी की रिपोर्ट साफ-साफ कहती है कि यूनुस सरकार एक टका ब्लैकमनी भी बाहर से नहीं ला पाई.
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक- पिछले साल सितंबर में एक नई टास्क फोर्स बनाई गई थी लेकिन 5 महीनों में सिर्फ़ कुछ खातों को सीज़ करने के अलावा कुछ ख़ास काम नहीं हुआ है. अर्थशास्त्रियों और जानकारों का मानना है कि मौजूदा सरकार के पास इतना समय नहीं है कि वह यह पैसा वापस ला पाए. उनका कहना है कि लोगों को झूठी उम्मीदें नहीं देनी चाहिए. व्हाइट पेपर कमिटी के सदस्य और विश्व बैंक के ढाका कार्यालय के पूर्व अर्थशास्त्री डॉ जाहिद हुसैन ने बताया कि अभी कोई रणनीति बताना ठीक नहीं होगा। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कुछ हो नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि इस सरकार के पास अब इतना समय नहीं बचा है कि वह इस पैसे को वापस ला पाए। हाँ, वे इसकी तैयारी तो शुरू कर सकते थे.
कितना पैसा जाता है बाहर
यह पूछे जाने पर कि क्या श्वेत पत्र में काले धन को वापस लाने के लिए कोई दिशानिर्देश हैं. इस अर्थशास्त्री ने कहा कि हमने बताया है कि हर साल कम से कम 16 अरब डॉलर का काला धन बाहर जाता है. इसे वापस लाने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं लेकिन, काला धन रखने वालों को कैसे पकड़ा जाए और पैसा कैसे वापस लाया जाए, यह टास्क फोर्स को तय करना होगा. उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर तक चुनाव होने की उम्मीद है. ऐसे में इतने कम समय में इतना पैसा वापस लाना संभव नहीं है. कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए भी समय कम है, क्योंकि इसके लिए सबूत जुटाने पड़ते हैं. ये सबूत बांग्लादेश और जहां पैसा भेजा गया है, दोनों देशों की अदालतों में मान्य होने चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर दिसंबर तक कम से कम एक मामले में सुनवाई शुरू हो जाती है, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी.
लग जाते हैं कई साल
बांग्लादेश बैंक के गवर्नर अहसान एच मंसूर ने कहा कि काला धन वापस लाने में कई साल लग जाते हैं. हम सिर्फ़ यह उम्मीद कर सकते हैं कि बांग्लादेश की अदालत कोई फैसला दे और विदेशों में संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दे. हालांकि, उन्होंने कहा कि पूरी तरह से उम्मीद नहीं छोड़ी जानी चाहिए. उन्होंने बताया कि नाइजीरिया, मलेशिया और अंगोला जैसे देशों ने काला धन वापस लाने में सफलता हासिल की है.
काले धन वापस लाने की क्या है प्रक्रिया
BFIU के सूत्रों के मुताबिक, काले धन की वसूली पांच चरणों में होती है. पहला चरण आरोपी व्यक्ति या संस्था की पहचान करना है. दूसरा चरण उस व्यक्ति या संस्था के बैंक खाते को फ्रीज़ करना है. तीसरा चरण संबंधित जाँच एजेंसी के माध्यम से शिकायत की जाँच करना और आवश्यक जानकारी और डेटा एकत्र करना है. चौथा चरण अदालत में कानूनी कार्यवाही शुरू करना है और आखिरी चरण पैसा वसूल करना है. लेकिन अभी ज़्यादातर जांच दूसरे और तीसरे चरण में ही हैं.
New Delhi,New Delhi,Delhi
March 06, 2025, 22:04 IST
