बैग टांगे गली-गली घूमता था 16 साल का लड़का, तलाशी लेते ही दंग रह गए सिपाही

Last Updated:
Jaipur News: जयपुर में एक स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा गली-गली घूमता फिरता था. अचानक पुलिस ने उससे पूछताछ कर तलाशी कर डाली. उसके बैग से हैरान करने वाला सामान बरामद किया गया.

पुलिस नाबालिग के पिता की तलाश कर रही है. (सांकेतिक AI)
जयपुरः राजस्थान के जयपुर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां एक 16 साल का 12वीं में पढ़ने वाला लड़का बैग टांगकर गली-गली घूमता था. उसकी शिकायत मिलने पर पुलिस उसके पीछे पड़ गई और उसे रोककर पूछताछ करने लगी. उससे पूछा स्कूल क्यों नहीं गए. वह ठीक जबाव नहीं दे पाया. शक के आधार पर पुलिस ने जैसे ही उसकी तलाशी ली, तो सिपाही दंग रह गए. उसके बैग के अंदर ऐसी चीजें मिलीं, जिन्हें देखकर सब हैरान रह गए. अब उसके पिता की तलाश की जा रही है.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जयपुर ग्रामीण पुलिस ने मंगलवार को एक 16 साल के लड़के को हिरासत में लिया. उसके पास से ट्रामाडोल और अल्प्राजोलम की लगभग 10,000 गोलियां बरामद हुई हैं. जिनका सेवन नशे के आदी लोग करते हैं. जांच में सामने आया कि 12वीं कक्षा में पढ़ने वाला नाबालिग पिता के कहने पर नशीली दवाओं की तस्करी करता था. मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने किशोर को गिरफ्तार किया है.
यह भी पढ़ेंः मुस्लिम युवती ने मंदिर में लिए सात फेरे, सनातन धर्म अपनाते ही बोली – ‘मुझसे गलती हुई है लेकिन..’
पुलिस के अनुसार, पिता ही नशीली लेता था. यह दवाईयां सरकारी अस्पतालों में मनोरोग क्लीनिक और नशा मुक्ति केंद्र में सरकारी तौर पर सप्लाई की जाती हैं. अधिकारियों को संदेह है कि इन सरकारी दवाओं की आपूर्ति श्रृंखला में शामिल कोई व्यक्ति भी इसमें शामिल हो सकता है. जो कि तस्करों को यह दवाई सप्लाई कर रहा है. जयपुर ग्रामीण एसपी आनंद शर्मा ने कहा कि किशोर को जयपुर से 50 किलोमीटर दूर अंधी के तिवारी मोहल्ला इलाके से हिरासत में लिया गया.
आनंद शर्मा ने कहा, “हमने नशीली दवाओं की बिक्री के बारे में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई की, जो ओवर-द-काउंटर बिक्री के लिए प्रतिबंधित हैं.” पूछताछ करने पर, लड़के ने स्वीकार किया कि वह अपने पिता को ड्रग्स को पेडलर्स और नशेड़ी लोगों तक पहुंचाने में मदद कर रहा था. शर्मा ने कहा, “हम इतने कम उम्र के व्यक्ति के पास इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स पाकर हैरान रह गए. उसने हमें बताया कि उसके पिता अक्सर सप्लाई खरीदने के लिए दिल्ली और दूसरे शहरों में जाते थे. वे 40-45 रुपए में गोलियां बेचते थे.” जब पुलिस ने उनके घर और दूसरे ज्ञात ठिकानों पर छापा मारा, तब पिता मौजूद नहीं थे.
पुलिस अफसर आनंद का कहना है कि “शुरू में, हमें दवा आपूर्तिकर्ताओं के साथ संबंध होने का संदेह था. हालांकि, जब एक ड्रग इंस्पेक्टर ने गोलियों की जांच की, तो उसने बैच नंबर और अन्य विवरणों के आधार पर पुष्टि की कि वे सरकारी अस्पतालों में वितरण के लिए थीं.”
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
February 26, 2025, 10:02 IST
