कौन लूट रहा टेस्ला का बाजार? आधी रह गई बिक्री, अब भारत की ओर देख रहे मस्क

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Tesla Sales Down : अमेरिकी कार कंपनी टेस्ला को वैसे तो दुनियाभर में नाम मिला है, लेकिन एलन मस्क की यह कंपनी अभी संकट में घिरती नजर आ रही है. जनवरी के आंकड़े बताते हैं कि यूरोपीय बाजार में टेस्ला की बिक्री मे…और पढ़ें

टेस्ला की कारों की बिक्री जनवरी में आधी रह गई है.
हाइलाइट्स
- यूरोप में टेस्ला की बिक्री में 50% गिरावट आई.
- टेस्ला अब भारतीय बाजार में प्रवेश की योजना बना रही है.
- चीन की कंपनियों ने टेस्ला को कड़ी टक्कर दी है.
नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के लिए साल 2025 की शुरुआत अच्छी नहीं रही है. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद उनके करीबी और टेस्ला के सीईटो एलन मस्क को अपना बिजनेस बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन हो इसका उल्टा रहा है. यूरोपीय कार बाजार में टेस्ला की बिक्री जनवरी में करीब आधी रह गई. वह भी तब जबकि यूरोप में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 34 फीसदी का तगड़ा उछाल आया है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ग्राहक अचानक टेस्ला से दूरी क्यों बनाने लगे और कौन सी कंपनी है, जो इसका बाजार लूट रही है.
यूरोपीय ऑटोमोबाइल निर्माताओं के संघ के अनुसार, पिछले महीने यानी जनवरी में यूरोप में टेस्ला इंक की बिक्री लगभग 50% गिर गई, जिससे इलेक्ट्रिक-वाहन निर्माता की बाजार हिस्सेदारी प्रतिद्वंद्वियों के पक्ष में और कम हो गई है. टेस्ला की बिक्री यूरोपीय संघ और यूके में जनवरी में घटकर 9,945 पर आ गई, जो एक साल पहले 18,161 थी. इसका मतलब है कि बिक्री में सीधे तौर पर 45.2% की गिरावट है और टेस्ला की बाजार हिस्सेदारी भी पिछले साल के 1.8% से घटकर 1% रह गई. बाजार एक्सपर्ट का कहना है कि शायद इसीलिए मस्क अब भारतीय बाजार में अपने लिए मौका देख रहे हैं.
ई-कारों की बिक्री बढ़ी
टेस्ला कार के नए रजिस्ट्रेशन में गिरावट तब आई जब इस क्षेत्र में बैटरी-इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में कुल मिलाकर 34% की वृद्धि हुई. चार सबसे बड़े बाजारों में से तीन में ई-कार की बिक्री में वृद्धि दर्ज की गई. जनवरी में जर्मनी में BEV की बिक्री 53.5%, बेल्जियम में 37.2% और नीदरलैंड में 28.2% बढ़ी है, बावजूद इसके टेस्ला कार की बिक्री में बड़ी गिरावट आना कंपनी के लिए निश्चित रूप से चिंताजनक है.
कौन लूट रहा टेस्ला का बाजार
एक तरफ जहां टेस्ला की बिक्री में गिरावट आ रही तो दूसरी ओर स फॉक्सवैगन एजी (VOW3) जो इस क्षेत्र में नई कार पंजीकरण में नंबर 1 है, इस कंपनी ने 2024 में बिक्री में 5.3% की वृद्धि देखी, जबकि चीन की एसएआईसी मोटर कॉर्प (600104) की बिक्री लगभग 37% बढ़ी है. इसका मतलब है कि चीन की कार कंपनी ने टेस्ला को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है.
जर्मनी में दिख रहा मस्क का विरोध
एक जर्मन व्यापार समूह ने रिपोर्ट किया कि पिछले महीने उसके देश में टेस्ला की बिक्री 60% गिर गई. कुछ खरीदारों ने कंपनी से मुंह मोड़ लिया जब मुख्य कार्यकारी एलन मस्क ने देश के 23 फरवरी के संघीय चुनावों से पहले एंटी-इमिग्रेशन अफडी पार्टी का समर्थन किया था. एक जर्मन उद्यमी ने बताया कि साल की शुरुआत में टेस्ला बम्पर स्टिकर्स की बिक्री में उछाल देखा गया, जिन पर लिखा था ‘मैंने इसे तब खरीदा था जब एलन पागल नहीं हुआ था.’ बड़ी बात ये है कि जर्मनी टेस्ला का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है. बावजूद इसके कंपनी को यहां कुल राजस्व का केवल 2.2% ही मिला, जो कंपनी के शीर्ष बाजार अमेरिका के 48.9% राजस्व हिस्से और चीन के 20.9% हिस्से से काफी पीछे है.
चीन से मिल रही कड़ी टक्कर
डॉइचे बैंक ने अपनी हालिया रिपोर्ट में बताया कि टेस्ला वैश्विक स्तर पर 15 प्रमुख बाजारों में मूल उपकरण निर्माताओं द्वारा नई ऊर्जा वाहनों (NEV) की बिक्री में तीसरे स्थान पर बनी हुई है. हालांकि, जनवरी में टेस्ला की बिक्री पिछले साल की तुलना में 12% कम हो गई, जबकि चीन की BYD कंपनी, जो नंबर 1 NEV निर्माता है, उसकी बिक्री 44.9% बढ़ी और नंबर 2 पर रहने वाली चीन की ही कंपनी Geely की बिक्री में 80.4% की वृद्धि हुई है.
New Delhi,Delhi
February 26, 2025, 09:32 IST
