आनंद महिंद्रा ने दिखाया 1991 से अब तक मोबाइल का सफर, लेकिन भविष्य की तकनीक पर जताई शंका

आनंद महिंद्रा द्वारा शेयर किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे 1991 से मोबाइल फोन ने विभिन्न चरणों में बदलाव देखा है, जिससे वे आज के स्मार्टफोन तक पहुंचे हैं। महिंद्रा ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, (अनुवादित) “रोमांचक। हां, मैंने सर्वव्यापी सेल फोन के इन सभी रूपों को देखा है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं इतना लंबा जीना चाहूंगा कि एक सेल फोन हमारे मस्तिष्क में स्थापित और प्रत्यारोपित हो जाए!”
आनंद महिंद्रा का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है, जहां यूजर्स भविष्य की तकनीक और मानव शरीर के साथ उसके इंटिग्रेशन पर अपने विचार शेयर कर रहे हैं। कुछ लोग इस संभावना को अच्छे नजरिए से देख रहे हैं, जबकि अन्य मस्तिष्क में प्रत्यारोपित डिवाइस के नैतिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों पर चिंता जता रहे हैं।
Fascinating
Yes, I’ve been around long enough to witness each and every one of these avatars of the ubiquitous cell phone.
But I’m not sure I want to be around long enough to see a cellphone be installed and implanted in our brains!
— anand mahindra (@anandmahindra) February 19, 2025
यह पहली बार नहीं है जब महिंद्रा ने तकनीकी इनोवेशन पर अपने विचार शेयर किए हैं। मई 2024 में, उन्होंने IIT छात्रों द्वारा विकसित फ्लाइंग टैक्सी प्रोजेक्ट को शेयर किया था। इसके बाद, IIT छात्रों द्वारा डेवलप किए गए Aroleap X नाम के एक स्मार्ट, दीवार पर लगने वाले होम जिम की भी प्रशंसा की थी, जो छोटे स्थानों के लिए डिजाइन किया गया है। इससे पहले, पिछले साल अगस्त में, उन्होंने एक चीनी व्यक्ति द्वारा विकसित मच्छर मारने वाली डिवाइस का वीडियो शेयर किया था, जिसे उन्होंने घरों के लिए “आयरन डोम” की तरह बताया था।
