स्टॉक मार्केट की इस दुधारू गाय ने भी मोड़ लिया मुंह, अब क्या करें निवेशक

Agency:News18Hindi
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SIP in Negative: सितंबर 2024 के बाद सभी 29 स्मॉलकैप SIP स्कीमों में निवेशकों को नुकसान का सामना करना पड़ा है. यह स्थिति निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन गई है.

रोज हो रहा है नुकसान… क्या अब रोक दें म्यूचुअल फंड में SIP?
हाइलाइट्स
- SIP निवेशकों में मची है भगदड़!
- 29 स्मॉलकैप स्कीम में हुआ नुकसान
- 5 महीने में 46 फीसदी तक टूटा XIRR
नई दिल्ली. शेयर मार्केट में सितंबर 2024 से ही दबाव देखने को मिल रहा है. बाजार में आई हालिया गिरावट ने इस बार SIP मार्केट को काफी प्रभावित किया है. स्मॉल कैप फंड निवेशकों को ज्यादा रिटर्न देते रहे हैं लेकिन सितंबर 2024 में निफ्टी के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद से अब तक सभी 29 स्मॉल कैप फंड्स ने निगेटिव रिटर्न दिया है. कुछ फंड्स में निवेशकों को 46 फीसदी तक का निगेटिव एक्सटेंडेड इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न (XIRR) देखने को मिला है.
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, 1 अक्टूबर, 2024 को शुरू किए गए एसाईपी निवेश पर महिंद्रा मैन्युलाइफ स्मॉलकैप फंड ने सबसे ज्यादा 45.52 फीसदी का निगेटिव XIRR दिया. अगर किसी निवेशक ने महिंद्रा मैन्युलाइफ स्मॉलकैप फंड में हर महीने 1,000 रुपये का SIP किया होता तो उसकी कुल कॉर्पस घटकर 4473.9 रुपये हो गई होगी. इसी तरह अगर किसी निवेशक ने आदित्य बिड़ला एसएल स्मॉलकैप फंड में हर महीने 1,000 रुपये का SIP किया होता तो उसकी कुल कॉर्पस घटकर 4519.97 रुपये हो गई होगी.
स्माॉल कैप स्कीम- निगेटिव एक्सआईआरआर (%)
Mahindra Manulife Small Cap Fund − 45.52 %
Aditya Birla SL Small Cap Fund − 42.31 %
Tata Small Cap Fund − 41.82 %
TRUSTMF Small Cap Fund − 40.05 %
Nippon India Small Cap Fund − 38.88 %
HSBC Small Cap Fund − 38.69 %
Union Small Cap Fund − 38.13 %
LIC MF Small Cap Fund − 37.81 %
Baroda BNP Paribas Small Cap Fund − 37.34 %
Canara Rob Small Cap Fund − 37.16 %
Bank of India Small Cap Fund − 36.35 %
Quant Small Cap Fund − 36.09 %
SBI Small Cap Fund − 35.56 %
Kotak Small Cap Fund − 35.54 %
JM Small Cap Fund − 35.05 %
क्या आपको अपने SIP रोक देना चाहिए?
एसआईपी के जरिए निवेश हाल के सालों में काफी लोकप्रिय हो गई है. साल 2024 में, SIP के जरिए म्यूचुअल फंड निवेश 2.89 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. हाल के दिनों में एसआईपी में आई निगेटिव रिटर्न ने निवेशकों की चिंताए बढ़ा दी हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेशकों को मिड और स्मॉल-कैप स्टॉक्स में एसआईपी निवेश करते समय सावधानी बरतनी चाहिए. हालांकि, आने वाले महीने पहले से बेहतर हो सकते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बाजार में गिरावट के बाद भी SIPs जारी रखनी चाहिए क्योंकि इन्हें बाजार की अस्थिरता और मंदी को संभालने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है.
राधिका गुप्ता ने की एसआईपी की वकालत
इडलवाइस म्यूचुअल फंड की सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा कि SIP निवेश का एक “आसान विकल्प” है और आम आदमी के लिए लंबे समय तक बचत और निवेश का एक जरिया होता है. उन्होंने इसे ‘फिल इट, शट इट, फॉरगेट इट’ (भरें, छोड़ दें, भूल जाएं) की तर्ज पर देखने की बात कही, क्योंकि ज्यादातर लोग शेयर बाजार की जटिलताओं को समझने में कठिनाई महसूस करते हैं.
New Delhi,Delhi
February 11, 2025, 17:34 IST
