स्कूल ड्रॉपआउट लड़कियों की भाग्यरेखा बनी जयपुर की ये लड़की, अबतक 5300 लड़कियां

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Women’s Day Special : भाग्यश्री सैनी, वुमन एंड चाइल्ड एक्टिविस्ट, ने 5300 ड्रॉपआउट लड़कियों को शिक्षा से जोड़ा है. वे जयपुर समेत कई शहरों में काम कर रही हैं. उनकी पहल से कई लड़कियां अब खुद के स्टार्टअप चला रही …और पढ़ें

5300 ड्रॉपआउट बच्चियों को शिक्षा से वापस जोड़ चुकी
हाइलाइट्स
- भाग्यश्री ने 5300 ड्रॉपआउट लड़कियों को शिक्षा से जोड़ा
- नो मोर ड्रॉपआउट अभियान से 15 हजार लड़कियों को जागरूक किया
- लड़कियां अब खुद के स्टार्टअप शुरू कर रही हैं
जयपुर. 8 मार्च को विश्व महिला दिवस है. ये दिन नारी को उनकी ताकत का एहसास कराता है. आज का दिन उस पुरुष प्रधान समाज को भी आईना दिखाता है जो महिलाओं को खुद से कमतर समझते हैं. ये दिन महिलाओं को बताता है कि वे किसी से कम नहीं है. देश दुनिया में ऐसी करोड़ो महिलाएं है जिन्होंने अपने खुद की मेहनत से अपनी अलग पहचान बनाई है.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज हम आपको एक ऐसी महिलाओं की कहानी के बारे में बताएंगे, जिन्होंने जिद और जुनून से खुद अपनी कहानी लिखी है. इस खास शख्सियत का नाम है भाग्यश्री सैनी, ये वुमन एंड चाइल्ड एक्टिविस्ट है. भाग्यश्री स्कूल छोड़ चुकी लड़कियों के लिए पिछले 6 साल से काम कर रही है.
पढ़ाई के दौरान शुरू किया काम
जयपुर की करने वाली भाग्यश्री सैनी ने बताया कि जब वे अमरीका स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ऑनलाइन पढ़ाई कर रही थी तब एक प्रोजेक्ट के दौरान उनकी मुलाकात स्कूल से ड्रॉपआउट कुछ लड़कियों से हुई. वे लड़किया पढ़ाई तो करना चाहती थी, लेकिन पैसे और घर वालों की वजह से पढ़ नहीं पा रही थी. इसके बाद भाग्यश्री ने उन लड़कियों को फिर से पढ़ाई से जोड़ा. यहीं से उन्हें, ड्रॉपआउट लड़कियों को शिक्षा से जोड़ने का अभियान चलाने काम शुरू कर दिया. जिसमें पहली बार में उन्होंने 146 ड्रॉपआउट लड़कियों को शिक्षा की तरफ वापस जोड़ा.
5300 ड्रॉपआउट बच्चियों को शिक्षा से वापस जोड़ चुकी
भाग्यश्री ने बताया कि 6 साल में वह अब तक अन ड्रॉपआउट 15 हजार स्कूल और कॉलेज की लड़कियों को ‘नो मोर ड्रॉपआउट अभियान’ के तहत जागरूक किया जा चुका है. अब वे जयपुर, जालोर, अजमेर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और उदयपुर में भी स्कूल छोड़ चुकी बालिकाओं के लिए काम कर रही है. उन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने 5300 ड्रॉपआउट बच्चियों को वापस शिक्षा से जोड़ा है. भाग्यश्री इन बच्चियों को शिक्षा के जोड़ने के अलावा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करा रही है.
खुद के स्टार्टअप शुरू कर रही अब लड़कियां
भाग्यश्री ने बताया कि उनके द्वारा शिक्षा से जुड़ी हुई लड़कियां अब खुद के पैरों पर खड़ी होने लगी है, जो लड़कियां स्कूल छोड़ चुकी थी वे साइंस और कॉमर्स जैसे विषयों में ग्रेजुएशन कर रही है. इसके अलावा कुछ ने तो अपना स्टार्टअप भी शुरू किया है. वहीं, कुछ लड़कियां तो अपने ही समाज में महिलाओं और बालिकाओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा रही है.
Jaipur,Rajasthan
March 07, 2025, 21:08 IST
