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सियासत से किनारे होकर बने बैंकर, 7 साल पहले की वापसी, बनेंगे जर्मनी के चांसलर

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Germany Election 2025: फ्रेडरिक मर्ज़ जर्मनी के अगले चांसलर बनने के लिए तैयार हैं. उनकी पार्टी CDU ने आम चुनावों में सबसे बड़ा वोट शेयर हासिल किया है. मर्ज़ ने बिजनेस में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

सियासत से किनारे होकर बने बैंकर, 7 साल पहले की वापसी, बनेंगे जर्मनी के चांसलर

फ्रेडरिक मर्ज़ की पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन ने आम चुनावों में सबसे बड़ा वोट शेयर हासिल किया है.

हाइलाइट्स

  • CDU के नेता फ्रेडरिक मर्ज़ होंगे जर्मनी के अगले चांसलर
  • CDU ने आम चुनावों में सबसे बड़ा वोट शेयर हासिल किया
  • फ्रेडरिक मर्ज़ ने बिजनेस में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है

Germany Election 2025: जर्मनी में रविवार को हुए आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी गठबंधन ने जीत दर्ज की. इसके साथ ही फ्रेडरिक मर्ज़ जर्मनी के अगले चांसलर बनने के लिए तैयार हैं. जर्मनी के कंजर्वेटिव नेता फ्रेडरिक मर्ज़ देश का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं. उनकी पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) ने आम चुनावों में सबसे बड़ा वोट शेयर हासिल किया है. जिसने जर्मनी की ओलाफ स्कोल्ज की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी) को हराया है. इसके साथ ही अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (AFD) ने रिकॉर्ड समर्थन हासिल करते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया.

राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव
यह चुनाव जर्मनी के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है. इस चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेक अरबपति एलन मस्क सहित कई अमेरिकी हस्तियों ने एएफडी को समर्थन दिया था. जर्मन ब्रॉडकास्टर एआरडी के अनुसार, फ्रेडरिक मर्ज़ के नेतृत्व वाले ब्लॉक, जिसमें उनकी पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) और क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) शामिल हैं, ने 28.5 प्रतिशत वोट जीते. उसके बाद अति दक्षिणपंथी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) रही, जिसके नाम 20.7 प्रतिशत वोट हैं. एएफडी को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से मिलने वाला समर्थन दोगुना हो गया है. 

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देश में 83 फीसदी हुआ मतदान
जर्मन मतदाता बड़ी संख्या में मतदान के लिए आए, 83 फीसदी मतदान हुआ जो 1990 में पुनः एकीकरण से पहले कभी नहीं देखा गया था. यह चुनाव ऐसे समय में हुआ, जब यूरोप कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. इनमें ट्रंप प्रशासन के साथ संबंध, चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध और महाद्वीपीय सुरक्षा को लेकर चिंताएं शामिल हैं. इन मुद्दों ने वोटर्स की भावनाओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

कभी सरकार में नहीं रहे मर्ज़
फ्रेडरिक मर्ज़, एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने कभी सरकार में कोई भूमिका नहीं निभाई, वह ऐसे समय में जर्मनी की बागडोर संभालने की तैयारी कर रहे हैं, जब देश दशकों में अपने सबसे बड़े आर्थिक और कूटनीतिक संकट का सामना कर रहा है. फ्रेडरिक मर्ज़, ने ब्लैकरॉक सहित कई बड़ी फर्म्स में काम किया है और काफी संपत्ति अर्जित की है. आलोचकों का कहना है कि उन्होंने बिजनेस के लिए राजनीतिक संबंधों का फायदा उठाया, जबकि समर्थकों का कहना है कि उनके कॉर्पोरेट अनुभव ने उन्हें बहुत फायदा पहुंचाया है.

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2002 में हार गए थे मर्केल से
मर्ज़ को कभी सीडीयू में उभरते सितारे के रूप में देखा जाता था, लेकिन 2002 में वह एंजेला मर्केल से हार गए थे. इसके बाद उन्होंने राजनीति छोड़ दी और बिजनेस में अपना करियर बनाया. हालांकि, 2022 में एक बार उन्होंने वापसी की. मर्ज़ ने शरणार्थियों के मामले में कड़ा रुख अपनाया है और सख्त सीमा नियंत्रण पर एएफडी के साथ सहयोग किया है. यूरोप के लिए अमेरिकी समर्थन पर अनिश्चितता बढ़ने के साथ मर्ज़ मजबूत यूरोपियन सुरक्षा की वकालत करते हैं. उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि जर्मनी को फ्रांस और यूके के साथ परमाणु रक्षा पर चर्चा करनी चाहिए. मर्ज़ ने कहा है, “जर्मनी को यूरोप में कमान संभालनी चाहिए.” उन्होंने खुद को अनिश्चित समय में देश का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार नेता के रूप में पेश किया है.

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पढ़ा है कानून, पत्नी हैं जज
11 नवंबर, 1955 को जर्मनी के ब्रिलोन शहर में जन्मे फ्रेडरिक मर्ज़ एक ऐसे परिवार से आते हैं, जो कानून के क्षेत्र से जुड़ा रहा है. उन्होंने 1976 में कानून की पढ़ाई शुरू की और 1972 में ही सीडीयू पार्टी से जुड़ गए थे. उन्होंने 1981 में साथी वकील चार्लोट मर्ज से शादी की. चार्लोट अब एक जज हैं. उनके तीन बच्चे हैं. उन्होंने एक बार एककहा था कि अगर चार्लोट के साथ उनकी चार दशक से ज्यादा पुरानी शादी पर कोई असर पड़ता है तो वे राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह कीमत बहुत ज्यादा होगी.”

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1989 में आए राजनीति में
फ्रेडरिक मर्ज़ 1989 में यूरोपीय संसद के लिए चुने गए और 1994 में, उन्होंने होचसॉएरलैंडक्रेइस निर्वाचन क्षेत्र से जीतने के बाद जर्मन संघीय संसद बुंडेस्टाग में अपना रास्ता बनाया. फ्रेडरिक ने सीडीयू में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया और 2000 में पार्टी के संसदीय नेता बन गए. हालांकि, उन्होंने 2002 में यह पद एंजेला मर्केल को सौंप दिया. 2005 में एक राजनीतिक झटके के बाद, जब सीडीयू/सीएसयू ब्लॉक ने एसपीडी के साथ जर्मनी में सरकार बनाई, तो मर्ज़ ने खुद को दरकिनार पाया और 2009 में सक्रिय राजनीति छोड़ने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने कानून और फाइनेंस में शानदार करियर बनाया. 

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पहले राजनीति छोड़ी, फिर वापसी की
2009 में राजनीति छोड़ने के लगभग दस साल बाद, 2018 में मर्केल द्वारा अपने रिटायरमेंट की घोषणा के बाद उन्होंने राजनीति में वापसी की. हालांकि, वह एनेग्रेट क्रैम्प-कर्रेनबाउर से मामूली अंतर से हार गए. 2020 में, उन्हें शीर्ष पद पर एक और मौका दिया गया जब क्रैम्प-कर्रेनबाउर ने कहा कि वह पार्टी पद से हट जाएंगी. हालांकि, उन्हें फिर से उत्तराधिकार के लिए नहीं माना गया क्योंकि पार्टी ने आर्मिन लाशेट पर अपना दांव खेला. यदि वह पदभार ग्रहण करते हैं, तो वे बच्चों वाले पहले चांसलर होंगे और हेल्मुट कोल के 1998 में पद छोड़ने के बाद से पहले ऐसे चांसलर होंगे जिनका पहले कभी तलाक नहीं हुआ है.

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