‘सर मरते दम तक चौड़ा मैदान में आपका इंतजार करेंगे’, CM से बोला वोकेशनल टीचर

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Shimla Vocational Teacher Protest: शिमला में वोकेशनल टीचर चौड़ा मैदान में धरना दे रहे हैं. सीएम सुक्खू ने उनकी मांगों को अनसुना किया. शिक्षकों की मांग है कि सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को हटाया जाए.

शिमला में धरना देते वोकेशनल टीचर.
हाइलाइट्स
- वोकेशनल टीचर शिमला में धरना दे रहे हैं.
- सीएम सुक्खू ने उनकी मांगों को अनसुना किया.
- शिक्षक सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को हटाने की मांग कर रहे हैं.
शिमला. हिमाचल प्रदेश के शिमला के चौड़ा मैदान में वोकेशनल टीचर लगातार दिन रात धरना दे रहे हैं. कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह और प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी इनसे मुलाकात की है. लेकिन अब तक कोई बात नहीं बनी है. वहीं, सचिवायल के बाहर भी कुछ वोकेशलन टीचर्स ने सीएम सुखविदंर सिंह सुक्खू से से मुलाकात की कोशिश की, लेकिन सीएम उनकी बात को अनसुना करते हुए आगे निकल गए. इस दौरान एक वोकेशनल टीचर ने तो रोते रोते सीएम को आवाज भी लगाई.
दरअसल, सोमवार को शिमला में सचिवायल के बाहर सीएम सुक्खू ने गुजरात रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत की. इस दौरान सीएम ने कहा कि वोकेशनल टीचर्स का मामला केंद्र सरकार के अधीन और इसमें राज्य सरकार को रोल नहीं है. हालांकि, इस मामले में सीएम ने एक लाइन से अधिक कुछ नहीं कहा. वहीं, जब सीएम अपनी गाड़ी में बैठ रहे थे तो एक वोकेशनल टीचर ने जोर से आवाज लगाते हुए कहा, ‘’सर हम चौड़ा मैदान में आपका वेट करेंगे गुजरात के आने के बाद. मरते दम तक नहीं हिलेंगे’’.
क्या मांग रहे हैं वोकेशनल टीचर
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वोकेशनल शिक्षक पढ़ाते हैं. लेकिन इनकी तैनाती निजी कंपनियों के जरिये की गई है. 1 अप्रैल से कक्षाओं के बहिष्कार करते हुए ये शिक्षक शिमला के चौड़ा मैदान पर धरना दे रहे हैं. सूबे में कुल 2174 व्यावसायिक शिक्षकों की मांग है कि सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाया, जाए, क्योंकि, कंपनी उनका शोषण कर रही है. हालांकि, सीएम का कहना है कि मामला केंद्र से जुड़ा है. लेकिन शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार इस काम को अपने अधीन ले.

शिमला के चौड़ा मैदान में धरना दे रहे हैं वोकेशनल टीचर.
कौन कौन मिल चुका है
धरनारत वोकेशनल टीचर से अब तक कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह, प्रतिभा सिंह और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर मुलाकात कर चुके हैं. कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य ने कहा कि वह सरकार से इस बारे में बात करेंगे. वहीं, प्रतिभा सिंह ने भी कहा कि उनकी मांग जायज है.
