शिवरात्रि पर ऐसे करें महादेव की पूजा-अर्चना, मिलेगा अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल

Agency:News18 Bihar
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Mahashivratri Special: डॉ कुणाल कुमार झा बताते हैं कि 26 फरवरी 2025 को शिवरात्रि मनाया जाएगा. यह शिवरात्रि व्रत जो होता है वह चतुर्दशी व्रत जिसे नक व्रतम भी कहा गया है यह प्रदोष समय 7:18 के बाद पूरे रात शिवार्च…और पढ़ें

Darbhanga
हाइलाइट्स
- 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी.
- शिव की आराधना से सहस्त्र अश्वमेध यज्ञ का फल मिलेगा.
- विशेष सामग्री से पूजा करने पर मनचाहा फल प्राप्त होगा.
दरभंगा. इस शिवरात्रि पर यदि आप कुछ विशेष सामग्री से शिव की आराधना करते हैं, तो आपको मनचाहा फल प्राप्त हो सकता है. जैसे भांग से शिव की पूजा करने का अलग विधान है, मधु के लिए अलग और गाय के दूध के साथ बेलपत्र के लिए भी अलग-अलग फलों की प्राप्ति का विधान है.
26 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी शिवरात्रि
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कुणाल कुमार झा ने बताया कि 26 फरवरी 2025 को शिवरात्रि मनाई जाएगी. यह शिवरात्रि व्रत चतुर्दशी व्रत होता है, जिसे नक व्रतम भी कहा जाता है. प्रदोष समय 7:18 के बाद पूरी रात शिव की आराधना करने से सहस्त्र अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल प्राप्त होता है.
इसी दिन हुई थी बाबा बैद्यनाथ की स्थापना
रावण ने बैद्यनाथ की स्थापना और सिंहेश्वर नाथ महादेव की स्थापना भी इसी दिन की थी. इस दिन अस्मशान की भस्म से पूजा करने पर सभी प्रकार की इच्छाओं की पूर्ति होती है. गाय के दूध से रुद्राभिषेक करने पर पुत्र की प्राप्ति होती है और रोगी रोग से मुक्त हो जाते हैं. दही से शिव की आराधना करने पर शांति मिलती है. शहद से रुद्राभिषेक करने पर सिद्धियां प्राप्त होती हैं और ईख के रस से रुद्राभिषेक करने पर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है.
इस शिवरात्रि पर यदि आप अपनी इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं, तो बताए गए उपायों को अपना सकते हैं.
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February 24, 2025, 20:03 IST
