शिमला की दशा-दिशा बदल देगी यह योजना! डोर-टू-डोर सर्वे पूरा, जल्द मिलेगी सुविधा

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Shimla News : शिमला में 24 घंटे पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम ने सर्वे और सुधार की योजना शुरू की है. ड्रोन तकनीक और डोर-टू-डोर सर्वे के बाद जल आपूर्ति में सुधार के लिए 40 जल टैंक और स्मार्ट मीटर लगाए…और पढ़ें

कंपनी ने पूरा किया सर्वे
शिमला. शिमला में गर्मियों के दौरान अमूमन पानी की समस्या देखने को मिलती है. बीते कुछ वर्षों में ऐसा भी समय देखने को मिला, जब लोगों को बाल्टियां लेकर पानी के लिए भटकना पड़ा है. शिमला की जनता को इस समस्या से निजात दिलवाने के लिए जल्द ही 24 घंटे पानी की सुविधा मिलने वाली है. नगर निगम ने एक निजी कंपनी को इस संबंध में सर्वे करने का जिम्मा सौंप था. अब कंपनी ने ड्रोन और डोर-टू-डोर सर्वे पूरा कर लिया है, जिससे जल आपूर्ति व्यवस्था में सुधार की योजना को नई दिशा मिली है.
लोगों से लिए जाएंगे सुझाव
पहली बार शिमला में जल वितरण की योजना बनाने के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग किया गया है. इस सर्वे के जरिए शहर के सभी प्रमुख हिस्सों की जांच की गई है, ताकि जल भंडारण टैंकों की सही जगह और पाइपलाइनों की आवश्यकताओं को पहचाना जा सके. ड्रोन सर्वे की यह पहल अन्य सरकारी विभागों के लिए भी भविष्य में उपयोगी साबित होगी. ड्रोन सर्वे के साथ-साथ कंपनी ने हर घर का डोर-टू-डोर सर्वे भी पूरा किया है. अब इसके बाद कंपनी एनजीओ की मदद से घर घर जाकर लोगों को परियोजना के फायदे समझाएगी और साथ ही लोगों से सुझाव भी लिए जाएंगे. इस सर्वे के परिणामों के आधार पर पानी की पाइपलाइनें और जल टैंक स्थापित किए जाएंगे.
जल आपूर्ति को लगेंगे स्मार्ट मीटर
सर्वे के बाद परियोजना के अगले चरण में 40 जल भंडारण टैंक बनाए जाएंगे. इन टैंकों से शहर में 17 मीटर तक की ऊंचाई वाली इमारतों में एक समान प्रेशर के साथ पानी का समान वितरण सुनिश्चित किया जाएगा. इसके अलावा, पुरानी और खराब पाइपलाइनों को बदलकर नई पाइपलाइनें बिछाई जाएंगी, जिससे पानी की बर्बादी कम हो सके. जल आपूर्ति व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए कंपनी स्मार्ट मीटर लगाएगी. ये मीटर उपभोक्ताओं को उनके पानी के उपयोग की जानकारी देने के साथ-साथ बिलिंग प्रक्रिया को भी आसान बनाएंगे. वहीं, पुराने पानी के मीटर को कंपनी मुफ्त में बदलेगी.
पानी के खर्च की दैनिक सीमा तय कर पाएंगे उपभोक्ता
स्मार्ट मीटर के जरिए बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के बिल जनरेट होगा. उपभोक्ता अपने पानी के खर्च की दैनिक सीमा भी तय कर सकेंगे. शिमला की भौगोलिक संरचना को ध्यान में रखते हुए, कंपनी ऊंचाई वाले इलाकों में प्रेशराइज्ड जल वितरण प्रणाली स्थापित करेगी. यह प्रणाली सुनिश्चित करेगी कि पानी की आपूर्ति सभी घरों तक समान रूप से हो सके. शिमला जल प्रबंधन निगम (SJNPL) इस परियोजना का प्रबंधन कर रहा है, जबकि सुएज कंपनी इसे धरातल पर लागू कर रही है. सुएज वर्तमान में देश के अधिकतर महानगरों के साथ साथ बड़े शहरों में जल वितरण, वाटर ट्रीटमेंट और सीवरेज का प्रबंधन कर रही है. अब शिमला में भी यह कंपनी इस परियोजना को लेकर कार्य करेगी.
Shimla,Himachal Pradesh
January 18, 2025, 14:50 IST
