वरुण-मोईन अली की फिरकी ने निकाली राजस्थान के बल्लेबाजी की जान

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कोलकाता के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पिच को बेहतर ढंग से पढ़ा और अपने दोनों स्पिनर वरुण चक्रवर्ती और मोइन अली ता बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया नतीजा मिडिल ओवर्स में राजस्थान के बल्लेबाज खुलकर नहीं खेल पाए. वरुण न…और पढ़ें

वरुण-मोईन की जोड़ी ने तोड़ी कोलकाता के बल्लेबाजी की कमर
हाइलाइट्स
- मोईन और चक्रवर्ती ने लिए 2-2 विकेट.
- चक्रवर्ती और मोईन अली ने राजस्थान के बल्लेबाजों को रोका.
- राजस्थान की टीम इस सीजन में बिखरी हुई नजर आ रही है.
नई दिल्ली. पहले पांच मैच में रनों की बारिश के बाद आइपीएल सीजन 18 के छठे मुकाबले में मैदान पर सूखा पड़ गया. बल्लेबाज रन बनाने के लिए तरसते रहे और फिरकी के फनकार हर घूमती गेंद के साथ झूमते नजर आए. नतीजा इस सीजन में पहली बार बल्लेबाजों को बाउंड्री मारने के लिए तरसते देखा गया.
गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में टॉस जीतकर रहाणे ने गेंदबाजी करने का जो फैसला लिया तो वो पूरी तरह से रंग लाया जब शुरुआत में वैभव अरोड़ा ने संजु सैमसन को आउट करके राजस्थान को करारा झटका दिया पर असली खेल तो तब शुरु हुआ जब गेंदबाजी करने आए मोईन अली और स्टार स्पिनर वरुण चक्रवर्ती दोनों छोर से गेंदबाजी करते हुए दोनों स्पिनर ने बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए तरसा दिया.
जोड़ी में किया वरुण-मोईन ने किया शिकार
गुवाहाटी की पिच पर गेंद घूम रही थी और रहाणे के चेहरे पर मुस्कराहट थी क्योंकि वो जानते थे कि उनके पास दो ऐसे गेंदबाज है जो इस परिस्थिति का फायदा उठा सकते है. राजस्थान को पहला झटका पहले मोईन अली ने दिया जब उन्होंने यशस्वी जायसवाल को लांग आन पर कैच आउट करा के रॉयल्स को करारा झटका दिया. अगले ओवर में छक्का खाने के बाद वरुण के दिखाया कि उनको टी-20 में बेस्ट क्यों माना जाता है, पराग को उन्होने अपना फ्लाइट में फंसा कर आउट किया. अगले ओवर में वरुण ने राजस्थान के हसरंगा को उपर भेजने के दांव को भी उल्टा कर दिया और उधर नोईन ने नितिश राणा को क्लासिक ऑफ स्पिन पर बोल्ड करके ये तय किया कि राजस्थान बड़ा स्कोर ना बना पाए. मोईन ने 4 ओवर में 23 रन देकर दो विकेट लिए वहीं वरुण ने 4 ओवर में 17 रन देकर दो विकेट लिए. दोनों स्पिनर ने 8 ओवर में 40 रन देकर 4 विकेट हासिल किए.
रंग में नहीं है राजस्थान
इस सीजन में ऐसा लग रहा है कि रजस्थान की टीम बिखरी हुई है. जोस बटलर जैसे बल्लेबाज का टीम के साथ ना होना मैनेजमेंट को खल रहा है . संजु सैमसन के कप्तानी ना करने से भी बहुत फर्क पड़ रहा है क्योंकि रियान पराग के पास कप्तानी का अनुभव ना के बराबर है. यशस्वी जायसवाल का इस सीजन में फॉर्म भी चिंता का सबब है क्योंकि पहले हैदराबाद के बाद कोलकाता के खिलाफ भी वो रंग में नजर नहीं आए. कुछ ऐसा ही हाल नितिश राणा का भी है. कुल मिलाकर राजस्थान वो टीम नजर नहीं आ रही जिसके लिए वो जानी जाती रही है.
