लोगों को बचाने के लिए जंगल में होगा ये काम, बाघों को बताई जाएगी जगह

Agency:News18 Uttar Pradesh
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Tar fencing in dudhwa : मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए जल्द ही दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगलों का पैक कर दिया जाएगा. पहले चरण में दुधवा नेशनल पार्क समेत कतर्निया का कुछ हिस्सा घेरा जाएगा.

तार फेंसिंग
लखीमपुर खीरी. यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में बीते कुछ सालों से दुधवा टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में इंसानों और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. जंगलों से निकालकर तेंदुआ व बाघ आबादी के बीच पहुंच जाते हैं. कई बार लोगों पर हमला भी कर देते हैं.
तराई के जंगलों से वन्यजीवों के आबादी में आने से मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं. इन घटनाओं को रोकने के लिए जल्द ही दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगलों की तार फेंसिंग का काम शुरू होगा. पहले चरण में दुधवा नेशनल पार्क समेत बफर जोन और कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के जंगलों का कुछ हिस्सों में तार फेंसिंग का काम शुरू किया जाएगा.
जंगल से सटे खेत
लखीमपुर जिले में करीब आठ सौ वर्ग किमी से ज्यादा क्षेत्रफल में दुधवा टाइगर रिजर्व का वन क्षेत्र है. डेढ़ सौ किमी से ज्यादा का क्षेत्रफल दुधवा का बफरजोन है. ये पूरा क्षेत्र संरक्षित है. दुधवा की कोर और बफर जोन से लगे आबादी के इलाके भी हैं, जहां जंगल से सटे खेत हैं. इस कारण अक्सर वन्यजीव जंगलों से बाहर खेतों और आबादी क्षेत्र में भी आ जाते हैं. इधर, हाल के कुछ वर्षों में यहां मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ गई हैं. इन्हीं घटनाओं के रोकने के लिए दुधवा के जंगलों की तार फेंसिंग की जाएगी.
ऊंचाई इतनी
पहले चरण में दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के तहत दुधवा नेशनल पार्क, बफर जोन और बहराइच के कतर्निया घाट वन्यजीव अभ्यारण्य के जंगलों के 15-15 किमी क्षेत्र को तार फेंसिंग के जरिये घेरा जाएगा. दुधवा की तीन रेंजों में तार फेंसिंग का काम होना है. इसमें दुधवा की दक्षिण सोनारीपुर, बेलरायां व कतर्निया घाट से लगा क्षेत्र शामिल है. करीब सात फुट ऊंची फेंसिंग कराई जाएगी. ये सामान्य फेंसिंग होगी और कोई ऊर्जा चालित जैसी चीज नहीं होगी. तारों को लगाकर बस जंगल क्षेत्र को घेरने और वन्यजीव बाहर न जाएं इसके प्रयास किए जाएंगे.
Lakhimpur,Kheri,Uttar Pradesh
February 24, 2025, 23:16 IST
