लड़की को जाल में फंसा बदल रहा था शहर, जेब से नहीं बचे पैसे तो आगरा मंडी में…

Last Updated:
Delhi News: चार दिनों की लंबी जद्दोजहद के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने जो कहानी आई, वह किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं थी. ट्यूशन से शुरू हुई इस कहानी का अंत कैसे हुआ, जानने के लिए पढ़ें आगे…..और पढ़ें

हाइलाइट्स
- चार दिन पहले दिल्ली से लापता हुई थी लड़की.
- लड़की को अपने साथ भगा ले गया था पड़ोसी.
- ट्यूशन के बहान घंटों बातें किया करते थे दोनों.
Delhi News: अब तो रात भी लगभग गुजरने को ही थी, लेकिन सयानी होती बिटिया घर वापस नहीं आई थी. अब तक शायद ही कोई बचा हो, जिससे फोन कर बिटिया के बारे में न पूछा हो. शायद ही वह कोई जगह बची हो, जहां बिटिया के होने की संभावना हो और घरवाले उसे खोजने वहां न गए हों. घंटों की कवायद के बाद नतीजा सिफर ही था. अब सबके सामने एक ही रास्ता बचा था, पुलिस का दरवाजा खटखटाया जाए. आंखों में आंसू और मन में अनगिनत सवाल लिए यह परिवार पुलिस स्टेशन पहुंच गया.
पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और एक ऐसी कहानी का पीछा शुरू किया, जिसकी पटकथा किसी फिल्म की स्क्रिप्ट कम नहीं थी. तफ्तीश शुरू हुई और एक ऐसा सच सामने आ खड़ा हुआ, जिसने न केवल पुलिस को स्तब्ध कर दिया, बल्कि परिवार वालों के पैरों तले जमीन खिसका दी. दरअसल, पुलिस को पता चला कि जब से लड़की लापता है, उसी वक्त से मोहल्ले में रहने वाला राजू नाम का एक युवक भी गायब है. जब कॉल डिटेल खंगाली गई तो पता चला वह लड़की अपने पड़ोसी राजू के साथ भाग गई थी.
ट्यूशन के बीच पक रही थी अलग ही खिचड़ी
तफ्तीश आगे बढ़ी तो पता चला कि लड़की और राजू के बीच तीन महीने से अलग ही खिचड़ी पक रही थी. लड़की घर से निकलती तो ट्यूशन पढ़ने के लिए थी, पर दोनों किताबों की आड़ में कुछ अलग ही पढ़ रहे थे. इस बीच, राजू ने लड़की को सपनों की ऐसी दुनिया दिखाई, जिसमें फंसकर उसने अपने अपनों को पीछे छोड़ने में भी कोई हिचक नहीं दिखाई. मौका मिलते ही राजू इस लड़की को लेकर भाग गया. वहीं, पुलिस ने दोनों की फोन लोकेशन को खंगाला तो पता चला कि दोनों की लोकेशन गुजरात के अहमदाबाद में है.
दिल्ली पुलिस की टीम बिना देरी किए अहमदाबाद के लिए रवाना हो गई. अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी खंगाले गए तो दोनों सुबह 2:48 से 5:18 के बीच दिखाई दिए, लेकिन इसके बाद वह कहां गायब हो गए पता नहीं चला. पुलिस ने फिर इनकी लोकेशन खंगालना शुरू की तो पता चला कि दोनों प्रयागराज, पटना, कानपुर होते हुए आगरा जा पहुंचे हैं. आगरा पहुंचने के बाद दोनों एकबार फिर कहां गुम हुए किसी को इसकी खबर नहीं लगी. आगरा पहुंचते ही राजू और इस लड़की के सामने नई मुसीबत आ खड़ी हुई.
इधर पेयटीएम से निकले रुपए, उधर पहुंच गई पुलिस
राजू के जेब में अब तक जो रुपए थे, वह खत्म हो चुके थे. हालात यहां तक पहुंच गए थे कि दोनों के पास पेट भरने के लिए भी कुछ नहीं बचा था. मुसीबत में फंसे राजू ने परिजनों को फोन कर खाने और टिकट के लिए रुपए मांगे. इस बात की भनक पुलिस को भी लग गई. पुलिस के कहने पर परिजनों ने रुपए ट्रांसफर भी कर दिए. वहीं, जैसे ही रुपयों का इस्तेमाल किया, पुलिस को दोनों की लोकेशन मिल गई. बिना समय गंवाए पुलिस की टीम आगरा के लिए रवाना हो गई. बीते चार दिनों से चल रही कवायद अब थमने को थी.
आखिरकार, पुलिस उस जगह तक पहुंचने में कामयाब हो गई, जहां दोनों छिपे हुए थे. दोनों को आगरा की तंग गलियों से पकड़ लिया गया. क्राइम ब्रांच की टीम ने राजू और लड़की को आगे की जांच के लिए जैतपुर पुलिस को सौंप दिया है. अब देखना है कि इस मामले में आगे और कौन-कौन से खुलासे होते हैं.
