युद्ध की आग में अमेरिका मालामाल! इतनी रकम कमाई की खरीद ले कई देश!
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भले ही दुनिया युद्ध की आग में जल रही हो, लेकिन अमेरिका ने साल 2024 में हथियारों बढ़िया धंधा किया है, एक साल में 27.57 लाख करोड़ रुपये की कीमत के हथियार बेच डाले
खाड़ी देशों से लेकर रूस तक पूरी दुनिया युद्ध से किसी न किसी तरह प्रभावित है और इन युद्धों में सबसे ज़्यादा फायदा किसी और का नहीं बल्कि अमेरिका को हुआ है, ये बात खुद बाइडन प्रशासन के आखिरी साल में हुए अमेरिकी हथियारों की बिक्री के आंकड़े कहते हैं. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट द्वारा जारी वैश्विक रक्षा सौदों की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024 में अमेरिका ने 27.57 लाख करोड़ रुपये की कीमत के हथियार और रक्षा समझौते किए, जो 2023 के मुकाबले 29 प्रतिशत ज्यादा है.
साल 2024 में हुए सीधे रक्षा सौदों में अमेरिकी कंपनियों ने 17.37 लाख करोड़ रुपये के हथियार बेचे, जो 2023 में 13.63 लाख करोड़ रुपये था. वहीं 2024 में सरकार से सरकार के बीच हुए सौदों की कीमत 10.20 लाख करोड़ रुपये रही, जो 2023 में हुए 7 लाख करोड़ रुपये के रक्षा सौदों की तुलना में 45.7% अधिक है.
अमेरिकी सरकार और अन्य सरकारों के बीच हुए 10.20 लाख करोड़ रुपये के रक्षा सौदे में – 8.38 लाख करोड़ रूपए के हथियारों की बिक्री, मित्र देशों को हथियार खरीदने के लिए 1.02 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और साझेदार देशों की क्षमता बढ़ाने के लिए 79 हज़ार करोड़ रुपये की मदद शामिल है.
अमेरिका की विदेशी सैन्य बिक्री (Foreign Military Sales) के तहत साल 2021-2023 के बीच औसत बिक्री 4.83 लाख करोड़ रुपये रही, वहीं यह साल 2022-2024 में बढ़कर औसत बिक्री 7.23 लाख करोड़ रुपये पहुंच गई, जो 49.6% ज्यादा है.
अमेरिका ने 2024 में किन देशों को हथियार बेचे?
सरकार से सरकार के प्रमुख रक्षा सौदे में मुख्य देश रहे (आंकड़े रुपये में
– तुर्की: 1.99 लाख करोड़ के F-16 फाइटर जेट
– इजरायल: 1.62 लाख करोड़ के F15 फाइटर जेट
– रोमानिया: 62 हज़ार करोड़ के F-35 फाइटर जेट और 21 हज़ार करोड़ के M1A2 अब्राहम टैंक
– जर्मनी: 43 हज़ार करोड़ के आधुनिक पैट्रियट एयर डिफेंस मिसाइल
– जापान: 34 हज़ार करोड़ के KC-46A हवा में ईंधन भरने वाले विमान और 20 हज़ार करोड़ के टॉमहॉक वेपन सिस्टम
– भारत: 34 हज़ार करोड़ के MQ-9B Sky Guardian ड्रोन
– दक्षिण कोरिया: 30 हज़ार करोड़ के अपाचे लड़ाकू हेलीकाप्टर
– स्पेन: 24 हज़ार करोड़ के आधुनिक पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम
– सऊदी अरब: 21 हज़ार करोड़ की सिस्टम लॉजिस्टिक सपोर्ट
– बहरीन: 19,040 करोड़ के M1A2 अब्राहम टैंक
– ग्रीस: 16,876 करोड़ के UH-60M ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर
– नॉर्वे: 16,792 करोड़ की AIM-120C-8 मध्य दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल
– पोलैंड: 15,321 करोड़ की AGM-158B-2 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल
– पोलैंड: 11,035 करोड़ की AIM-120C-8 मध्य दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि हथियारों के ट्रांसफर पर निर्णय लेते समय अमेरिका व्यापक दृष्टिकोण अपनाता है. हथियारों का निर्यात और रक्षा व्यापार उसकी विदेश नीति के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, जो क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं. इसलिए, अमेरिका अपनी नीति के तहत राजनीतिक, सामाजिक, मानवाधिकार, नागरिक सुरक्षा, आर्थिक, सैन्य, गैर-प्रसार, तकनीकी सुरक्षा और अंतिम उपयोग जैसे कारकों को ध्यान में रखता है. इसी आधार पर, वह सहयोगी देशों को सैन्य उपकरण देने और रक्षा सामग्री की सीधी बिक्री की इजाज़त देता है.
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January 29, 2025, 17:24 IST