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माघ में तुलसी पूजन में इन बातों का रखें खास ध्यान, वरना हो सकता है नुकसान

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Magh Month Tulsi Pujan: तुलसी की पूजा करने से न केवल धार्मिक लाभ मिलता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है. खासकर माघ के महीने में तुलसी की पूजा का विशेष महत्व होता है.

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माघ महीने में तुलसी पूजन का विशेष महत्व है.

ऋषिकेश. तुलसी केवल एक पौधा नहीं बल्कि हिंदू धर्म में इसे देवी के रूप में पूजा जाता है. इसकी देखभाल और पूजा से व्यक्ति को अपार सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. विशेष रूप से माघ मास में तुलसी पूजन का महत्व अधिक होता है क्योंकि इस समय भगवान विष्णु की कृपा जल्दी प्राप्त होती है लेकिन पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, जैसे- तुलसी में दूध, गन्ने का रस, नमक या रात में जल अर्पित नहीं करना चाहिए. यदि इन सावधानियों का पालन किया जाए, तो व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है.

उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर के महंत रामेश्वर गिरी ने लोकल 18 से कहा कि तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में अत्यंत पूजनीय माना जाता है. इसे देवी लक्ष्मी का स्वरूप समझा जाता है और मान्यता है कि जिस घर में हरा-भरा तुलसी का पौधा होता है, वहां सुख-समृद्धि बनी रहती है. तुलसी की पूजा करने से न केवल धार्मिक लाभ मिलता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है. खासकर माघ के महीने में तुलसी की पूजा का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस समय भगवान विष्णु की उपासना से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होते हैं. इस महीने में गंगा स्नान, दान और व्रत का विशेष महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि इस महीने में तुलसी का पूजन करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. तुलसी के पौधे को जल चढ़ाने और उसकी देखभाल करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है.

तुलसी में भूलकर भी न डालें ये चीजें
तुलसी का पौधा बहुत ही कोमल और संवेदनशील होता है. इसे सही तरीके से जल अर्पित करना और इसकी देखभाल करना आवश्यक होता है. अगर तुलसी में कुछ गलत चीजें डाल दी जाएं, तो यह पौधा सूख सकता है और इसका अशुभ प्रभाव घर पर भी पड़ सकता है.

1. दूध मिला हुआ पानी
कभी भी तुलसी के पौधे पर दूध या दूध मिला हुआ पानी नहीं डालना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि इससे तुलसी का पौधा नष्ट हो सकता है, जो अशुभ माना जाता है. इसके अलावा वैज्ञानिक दृष्टि से भी देखा जाए तो दूध से मिट्टी खराब हो सकती है, जिससे पौधे की जड़ें कमजोर हो जाती हैं.

2. गन्ने का रस
तुलसी पर गन्ने का रस चढ़ाना भी शुभ नहीं माना जाता. ऐसा करने से तुलसी का पौधा सूख सकता है और यह घर की समृद्धि के लिए अच्छा नहीं होता. गन्ने का रस चिपचिपा होता है, जिससे मिट्टी की उर्वरता प्रभावित होती है और पौधे की जड़ों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता.

3. नमक या खारी चीजें
तुलसी के पौधे पर गलती से भी नमक या कोई अन्य खारी चीज नहीं डालनी चाहिए. नमक मिट्टी की उर्वरता को कम कर देता है और पौधे की वृद्धि रुक जाती है. यह तुलसी को नुकसान पहुंचा सकता है और इसका नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर भी पड़ सकता है.

4. कटे-फटे या सड़े हुए फूल-पत्ते
तुलसी के पौधे में कभी भी कटे-फटे या सूखे फूल-पत्ते नहीं रखने चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है और घर के सदस्यों पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ सकता है. पूजा के दौरान हमेशा ताजा और स्वच्छ फूल-पत्तों का ही उपयोग करें.

5. रात के समय जल अर्पित करना
तुलसी के पौधे पर शाम के बाद जल नहीं चढ़ाना चाहिए. धार्मिक मान्यता के अनुसार, तुलसी माता रात में विश्राम करती हैं इसलिए इस समय उन्हें जल चढ़ाना उचित नहीं होता. सुबह या दोपहर के समय तुलसी में जल अर्पित करना शुभ माना जाता है.

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माघ में तुलसी पूजन में इन बातों का रखें खास ध्यान, वरना हो सकता है नुकसान

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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