मां की मौत के बाद भी जारी रखा इंटर की तैयारी, अब टॉपर लिस्ट में आ सकता है नाम

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Bihar Board Result 2025: इंटर के छात्र प्रिंस की इस सफलता के पीछे एक गहरी कहानी छुपी है. एग्जाम की तैयारियों के दौरान प्रिंस की जिंदगी में वो पल आया जब उनकी मां का देहांत हो गया. लेकिन प्रिंस ने हिम्मत नहीं हा…और पढ़ें

बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट टॉपर अरवल इंटरव्यू
हाइलाइट्स
- प्रिंस ने मां के निधन के बाद भी हिम्मत नहीं हारी.
- प्रिंस ने 6 घंटे सेल्फ स्टडी और 4 घंटे कोचिंग की.
- प्रिंस का इंटरव्यू अच्छा गया, टॉपर लिस्ट में नाम तय.
पटना. इन दिनों पटना स्थित बिहार बोर्ड के ऑफिस में इंटरमीडिएट टॉपरों का वेरिफिकेशन चल रहा है. बिहार के हर जिले से उन छात्रों को बुलाया गया है, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से अच्छे अंक प्राप्त कर टॉपर लिस्ट में जगह बनाई है. इसी कड़ी में अरवल जिले के प्रिंस कुमार भी पहुंचे हुए थे. लेकिन प्रिंस की इस सफलता के पीछे एक गहरी कहानी छुपी है. एक ऐसी कहानी जो आंखें नम कर देती है. एग्जाम की तैयारियों के दौरान प्रिंस की जिंदगी में वो पल आया, जिसे कोई भी संतान कभी देखना नहीं चाहता. उनकी सबसे अजीज, उनकी मां का देहांत हो गया.
एक तरफ बोर्ड परीक्षा की तैयारी का दबाव था, तो दूसरी तरफ मां के जाने का गम. घर में सन्नाटा पसरा था, आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, लेकिन प्रिंस ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने खुद को संभाला और अपनी मां के सपने को पूरा करने के लिए जी जान लगा दी. आज प्रिंस की मेहनत रंग लाई है. उनकी मां का सपना पूरा होने वाला है. जब रिजल्ट आएगा और टॉपर्स लिस्ट में उनका नाम चमकेगा, तब उनकी आंखों में खुशी के आंसू होंगे.
90+ आने की है संभावना
प्रिंस ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि एग्जाम भी बहुत अच्छा गया था और अब आज इंटरव्यू भी शानदार हुआ है. 90 फीसदी से अधिक मार्क्स आने की पूरी सम्भावना है. स्टेट टॉपर लिस्ट में रहूं या ना रहूं लेकिन] इतना विश्वास है कि जिला टॉपर लिस्ट में टॉप 3 में ही रहूंगा. उन्होंने बताया कि 6 घंटे सेल्फ स्टडी और चार घंटे पटना में रहकर कोचिंग करता था. छोटे से कमरे में रहकर पढ़ाई करने के साथ कोचिंग करता था. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, लेकिन पटना के मगध साइंस कोचिंग के पंकज सर और नितिन सर ने व्यक्तिगत रूप से भी बहुत सहयोग किया.
केंद्रीय विश्वविधालय से करना है ग्रेजुएशन
प्रिंस ने बताया कि अभी सीयूईटी का फॉर्म भरा हूं. आगे किसी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करूंगा और साथ ही सरकारी नौकरी की तैयारी करूंगा. घरवालों के बारे में प्रिंस ने बताया कि पिता होटल में वेटर का काम करते हैं. दो बड़ी बहनों की शादी हो गई और मां अब इस दुनिया में हैं नहीं.
टेस्ट सीरीज ने बढ़ाया खूब कॉन्फिडेंस
प्रिंस का मानना है कि पूरे साल तैयारी के बाद एग्जाम के आखिरी दिनों में कोचिंग की तरफ से टेस्ट सीरीज का आयोजन किया गया, जिसने कॉन्फिडेंस को खूब बढ़ाया. बोर्ड पैटर्न पर ही सवाल पूछे गए और उसका जवाब भी उसी पैटर्न पर देना था. ऐसे करीब 38 टेस्ट दिया. इससे लिखने की अच्छी प्रैक्टिस हो गई. जब एग्जाम की घड़ी आई तो सब नॉर्मल लग रहा था.
टॉपर बनने के लिए यही है गुरू मंत्र
बाजार समिति स्थित मगध साइंस कोचिंग के पंकज सर ने तैयारी कर रहे बोर्ड स्टूडेंट्स को टिप्स देते हुए कहा कि मेहनत करें और अच्छे से कॉन्सेप्ट को क्लियर रखिए. टेस्ट सीरीज और एग्जाम पैटर्न पर होने वाले टेस्ट सीरीज को कभी भी मिस ना करें. यह बहुत जरूरी है. तैयारी करने वाले छात्रों लिए गुरु मंत्र यही है कि डिपली पढ़ाई, इसके बाद रिविजन और फिर टेस्ट और इसके बाद टॉपर बनना तय है.
