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महिलाओं में तेजी से बढ़ रही है PCOS की बीमारी, स्वामी रामदेव ने बताई इसे कंट्रोल करने की खास ट्रिक्स

हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट का उद्देश्य पेल्विक फ्लोर को सक्रिय करना है ताकि इससे जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सके. दरअसल, एम्स और आईसीएमआर के ताजा अलर्ट के मुताबिक, देश की महिलाओं में डायबिटीज की तरह ‘पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम’ या पीसीओएस की समस्या घर-घर में तेजी से फैल रही है. इसके लिए आईसीएमआर के 10 सेंटरों पर 18 से 40 साल की सामान्य महिलाओं में पीसीओएस का कारण जानने के लिए ट्रायल किया गया. जिसमें 30% से ज्यादा में पीसीओएस पाया गया. पीसीओएस के कारण अंडाशय का आकार बढ़ जाता है और छोटे-छोटे सिस्ट या गांठ बन जाते हैं. इसलिए यह कहना जरूरी है कि हमारा देश जल्द ही डायबिटीज की तरह पीसीओएस की राजधानी बन जाएगा.

 इससे गर्भधारण की राह भी मुश्किल हो जाती है. इतना ही नहीं मोटापा, शुगर, तनाव, बीपी और थायरॉयड जैसी समस्याएं भी शुरू हो जाती हैं. बांझपन की दर तेजी से बढ़ रही है. सोचिए, देश में हर 7 में से 1 महिला इस समस्या से जूझ रही है. अब ऐसे में देश के भविष्य को सुरक्षित करना बेहद जरूरी है. तो आइए सबसे पहले योग-आयुर्वेद के जरिए पुरानी बीमारियों को खत्म करें. इसके साथ ही योग गुरु स्वामी रामदेव से महिलाओं की तमाम समस्याओं का समाधान भी जानेंगे. घर और ऑफिस की दोहरी जिम्मेदारी महिलाओं की सेहत खराब होती है.

पीसीओडी को ट्रिगर करती है ये फूड आइटम

पीसीओएस एक ऐसी स्थिति है जिसमें ओवरी नॉर्मल से ज्यादा एग बनाता है. इसके कारण ओवरी में सिस्ट भी बनने लगता है, इसके कारण कई सारी समस्या होने लगती है. जैसे इरेगुलर पीरियड्स, चेहरे पर मुंहासे आना, मोटापा और मूड स्विंग्स होना यह सब पीसीओएस और पीसीओएडी की समस्या है.  यह अक्सर खराब लाइफस्टाइल और डाइट के कारण होती है. आज हम आपको बताएंगे कौन सी चीजें इसे ट्रिगर करती है. 

पीसीओएस में सभी महिलाएं ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील नहीं होती हैं. हालांकि, कम से कम एक महीने तक ग्लूटेन-मुक्त रहने से पीसीओएस के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है. डेयरी उत्पाद एंड्रोजन के स्तर को बढ़ाने और इंसुलिन प्रतिरोध को खराब करने में मदद करते हैं. डेयरी उत्पादों से दूर रहने से इंसुलिन प्रतिरोध के संघर्ष को प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है.

चिप्स और जंक फूड को अवॉइड करें

चिप्स और जंक फूड को पूरी तरह से अवॉइड करना चाहिए. क्योंकि यह पीसीओडी और पीसीओएस को ट्रिगर कर सकती है. 

रेड मीट भूल से भी नहीं खाना चाहिए

पीसीओएस के मरीज इन फूड आइटम को अवाइड करें. जैसे तले हुए फूड आइटम फ्रेंच फ्राइज़, आलू के चिप्स, कॉर्न चिप्स और फ्राइड चिकन या मछली. साथ ही फैट-मक्खन भी खाने से बचें.  इसके अलावा रेड मीट, हैमबर्गर, रोस्ट बीफ़ और स्टेक, प्रोसेस्ड लंच मीट और हॉट डॉग खाने से बचें. साथ ही साथ प्रोसेस्ड स्नैक्स: केक, कुकीज़, कैंडी और पाई भी खाने से पीसीओएस और पीसीओएडी ट्रिगर हो सकती है.

यह भी पढ़ें: डायबिटीज में मखाने खाने से शुगर लेवल बढ़ तो नहीं जाएगा? जानें खाने का सही तरीका

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