महाशिवरात्रि मेले का सालभर रहता है इंतजार! यहां मिलेगा सस्ता सामान

Agency:News18 Himachal Pradesh
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मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला धार्मिक और व्यापारिक रूप से बहुत खास है. यह ग्रामीण लोगों को सस्ती खरीदारी का मौका देता है. यह परंपरा राजाओं के समय से चली आ रही है. यहां आस्था, संस्कृति और व्यापार एक साथ द…और पढ़ें

मेला की तस्वीर
हाइलाइट्स
- मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला धार्मिक और व्यापारिक रूप से बहुत खास है.
- यह ग्रामीण लोगों को सस्ती खरीदारी का मौका देता है.
- यह परंपरा राजाओं के समय से चली आ रही है.
मंडी: मंडी जिले में हर साल आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव न सिर्फ धार्मिक बल्कि बिजनेस के लिहाज भी बेहद खास है. इस मेले का आयोजन ऐतिहासिक पड्डल ग्राउंड में किया जाता है. यहां पर दूर-दूर से व्यापारी और श्रद्धालु आते हैं. इस मेले का लोग साल भर इंतजार करते हैं. यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि एक बड़ा व्यापारिक मेला भी होता है.
मंडी जिले में कई ऐसे गांव हैं, जहां के लोग कृषि पर निर्भर हैं. ये लोग बहुत मेहनत करके अपनी गुजारा करते हैं. उनके लिए शहर के बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में महंगे दामों पर खरीदारी करना आसान नहीं होता है. ऐसे में शिवरात्रि मेला उनके लिए एक बड़ा अवसर लेकर आता है, जहां उन्हें रोजमर्रा की चीजें किफायती दामों में मिल जाती हैं.
साल भर इस मेले का इंतजार करते हैं लोग
मेले में देशभर के व्यापारी आते हैं. यहां पर व्यापारी अपने सामान को कम कीमत पर बेचते हैं. बर्तन, कपड़े, प्लास्टिक के सामान, रजाई-कंबल, घरेलू उपयोग की वस्तुएं जैसी चीजें बाजार की तुलना में काफी कम दामों पर मिल जाती हैं. लोग साल भर के लिए जरूरी सामान खरीद लेते हैं, जिससे उनकी जेब पर ज्यादा बोझ नहीं पड़ता है. खासकर ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए यह मेला बेहद फायदेमंद साबित होता है.
मेले का है धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
मेले में सिर्फ खरीदारी ही नहीं होती, बल्कि यह एक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन भी है. स्थानीय निवासी आकाश शर्मा बताते हैं कि इस मेले का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि लोग शिवरात्रि पर मंदिरों में दर्शन करके देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेते हैं. फिर मेले में खरीदारी करते हैं. इस तरह यह मेला आस्था और जरूरत का एक बेहतरीन संगम बन जाता है.
राजाओं के समय से चली आ रही परंपरा
इस मेले की शुरुआत राजाओं के जमाने में हुई थी, उस समय मंडी को ‘छोटी काशी’ के नाम से जाना जाता था. पहले यह मेला सेरी मंच के पास आयोजित होता था, लेकिन अब इसे पड्डल ग्राउंड में लगाया जाता है. यहां बड़ी संख्या में देश-विदेश से व्यापारी और पर्यटक पहुंचते हैं.
शिवरात्रि मेले की बढ़ रही है लोकप्रियता
शिवरात्रि मेले की लोकप्रियता हर साल बढ़ती जा रही है. यह मेला सिर्फ मंडी के लोगों के लिए नहीं, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश और आसपास के राज्यों के लिए भी खास महत्व रखता है. यहां लोगों को एक ही जगह पर धार्मिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक माहौल मिलता है, जिससे यह मेला हर किसी के लिए यादगार बन जाता है.
Mandi,Himachal Pradesh
February 25, 2025, 13:20 IST
