मन में जो सोचा, वो हो गया, महिला साध्वी का चमत्कार? 1 साल तक चुप रही
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Maha Kumbh Viral News: आध्यात्मिक रुझान ऐसा की बचपन से ही ब्रह्मचर्य लेने का मन था. लेकिन महिला की परिवार वाले उसकी शादी कराकर उसे गृहस्थ जीवन में बसा दिए.
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20 साल तक महिला साध्वी ने किया कल्पवास.
इलाहाबादः संगम की रेती पर कल्पवास की कामना लेकर अनेकों कल्पवासी महाकुंभ क्षेत्र में मौजूद हैं. उन्ही में से एक ऐसी महिला कल्पवासी हैं, जिन्होंने अपने जीवन मे अनेकों उतार-चढ़ाव को देखा. यह महिला कल्पवासी कभी प्रधानाचार्य थीं, कभी गृहणी थीं, कभी आध्यात्मिक शिष्य थीं तो कभी अध्यात्मिक गुरु. जीवन मे एक ऐसा मोड़ आया, जहां पर पूरे परिवार ने इनका विरोध किया. लेकिन फिर भी नहीं मानीं. यह कहानी है उस महिला की जिसने अपने जीवन में अध्यात्म को इस तरीके से देखा कि वह स्वयं में चकित रह गई.
आध्यात्मिक रुझान ऐसा की बचपन से ही ब्रह्मचर्य लेने का मन था. लेकिन महिला की परिवार वाले उसकी शादी कराकर उसे गृहस्थ जीवन में बसा दिए. भरे-पूरे परिवार में जन्मी खुद सरकारी नौकरी करने के बाद उनका आध्यात्मिक लगाव इतना था कि साल 2004 से लेकर 2024 तक लगातार कल्पवास किया. इस महिला को कल्पवास का 20 वर्ष का अनुभव भी है. महिला की उम्र भले ही 60 वर्ष से अधिक हो. लेकिन चेहरे पर चमक आज भी बरकरार है. पायलट बाबा से गुरु मंत्र लेने के बाद सनातन धर्म में गुरु शिष्य परंपरा के तहत जुड़ चुकी कल्पवासी की यह कहानी है.
इस महिला कल्पवासी का कहना है की सोच मेरी है. लेकिन जब कुछ भी मैं सोचती हूं और करना चाहती हूं नियति मुझे वहा तक पहुंचा देती है. जैसे नौकरी के समय 1 साल का लिया हुआ कठिन प्रण मौन व्रत के दौरान जब मैं बच्चों को जो पाठ पढ़ाना चाहती थी. वह पाठ खोल के बच्चे अपने आप पढ़ाने लगते थे. महिला का दावा है कि वह मन में जो सोचती थी वह चीज उसकी आंखों के सामने अपने आप होने लगती थी.
महिला ने दूसरा उदाहरण दिया कि उसने मंदिर बनवाने का सपना देखा, जिसमें मंदिर बनाने के लिए कारीगर महिला के पास स्वयं चलकर आ गए. तीसरा सपना महिला गुरु से दीक्षा लेना चाहती थी. लेकिन उस समय उसे कुछ नहीं पता था, कहां जाना है? किस गुरु से दीक्षा लेनी है? अपने आप वह मार्ग पर चल दी आगे चलकर उन्हें पायलट बाबा मिलते हैं, जिनके द्वारा उन्हें गुरु दीक्षा दी जाती है. इस गुरु दीक्षा को लेने के बाद आज महिला एक लंबे अरसे से निरंतर कल्पवास कर रही है, जिसका कल्पवास के प्रति 20 वर्ष का अनुभव है और धर्म के प्रति अधिक लगाव है.
Allahabad,Uttar Pradesh
January 22, 2025, 08:46 IST
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