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मधुमक्खियां नहीं हैं? चिंता नहीं बस ये करें,प्याज की खेती से होगा दोगुना फायदा

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Onion Seed Production: जलना जिले में प्याज बीज उत्पादन में मधुमक्खियों की कमी से 30-40 प्रतिशत तक की कमी की संभावना है. किसानों को कृत्रिम परागण और मधुमक्खियों के बक्से रखने के उपाय सुझाए गए हैं.

मधुमक्खियां नहीं हैं? चिंता नहीं बस ये करें,प्याज की खेती से होगा दोगुना फायदा

किसानों के लिए उपाय

हाइलाइट्स

  • प्याज बीज उत्पादन में मधुमक्खियों की कमी से 30-40% तक की कमी संभव.
  • कृत्रिम परागण और मधुमक्खियों के बक्से रखने के उपाय सुझाए गए.
  • छोटे क्षेत्र में हाथ से और बड़े क्षेत्र में साड़ी से परागण करें.

नारायण काले/जलना: प्याज उत्पादन के लिए नासिक जिला प्रसिद्ध है, जबकि प्याज बीज उत्पादन के लिए जलना जिला जाना जाता है. इस साल बीज उत्पादक किसानों के सामने बड़ी समस्या है. प्याज बीज के अच्छे उत्पादन के लिए परागण (पोलिनेशन) बहुत महत्वपूर्ण होता है. प्याज बीज उत्पादन में परागण के लिए मधुमक्खियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, लेकिन इस साल मधुमक्खियों की संख्या बहुत कम होने के कारण बीज उत्पादन में 30 से 40 प्रतिशत तक की कमी होने की संभावना है. इस कमी को रोकने के लिए किसानों को क्या उपाय करने चाहिए? इस बारे में कृषि विज्ञान केंद्र खरपुडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एस. वी. सोनवणे ने जानकारी दी है.

उत्पादन में 30 से 40 प्रतिशत तक की कमी की संभावना
जलना जिले में प्याज बीज उत्पादन करने वाले किसानों की संख्या काफी अधिक है. साथ ही रबी सीजन में राज्यभर में बीज उत्पादन के लिए प्याज की खेती की जाती है. लेकिन मधुमक्खियों की कमी के कारण उत्पादन में 30 से 40 प्रतिशत तक की कमी की संभावना है. अगर मधुमक्खियां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों, तो वे प्याज के फूलों के परागण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. इससे किसानों को अच्छा उत्पादन मिलता है और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. लेकिन मधुमक्खियों की अनुपस्थिति के कारण प्राकृतिक परागण बहुत कम होगा. हालांकि, किसान कुछ उपाय करके संभावित नुकसान को टाल सकते हैं.

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ये करें उपाय
खरपुडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एस. वी. सोनवणे ने बताया कि छोटे क्षेत्र वाले किसान सुबह 8 से 9 बजे के बीच हाथ से प्याज के फूलों को छूकर कृत्रिम परागण कर सकते हैं. इसका अच्छा उपयोग दस गुंठे से आधे एकड़ तक के क्षेत्र वाले किसानों के लिए हो सकता है. वहीं, बड़े क्षेत्र वाले किसान घर में मौजूद साड़ी का उपयोग करके दो व्यक्तियों की मदद से साड़ी को प्याज के फूलों पर घुमाकर कृत्रिम परागण कर सकते हैं. तीसरा उपाय यह है कि एक एकड़ क्षेत्र के लिए दो से तीन मधुमक्खियों के बक्से अपने खेत में रखकर किसान प्याज का परागण बढ़ा सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं. मधुमक्खियों के बक्से खेत में रखते समय उनके लिए पानी की व्यवस्था करना बहुत महत्वपूर्ण होगा.

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