मणिपुर में कुछ बड़ा होने वाला है… एक्शन में आए अमित शाह, दे दिया बड़ा ऑर्डर

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Manipur Security Review Meeting: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर पिछले तकरीबन दो साल से अशांत है. हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है, जबकि व्यापक पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ है. गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर …और पढ़ें

होम मिनिस्टर अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा के हालात की समीक्षा की है. (फोटो: PTI)
हाइलाइट्स
- मणिपुर की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर हाई लेवल रिव्यू मीटिंग
- गृह मंत्री अमित शाह का साफ निर्देश- सभी रास्ते खुलवाएं
- बीएसएफ-सीआरपीएफ के डयरेक्टर जनरल भी रहे मौजूद
नई दिल्ली. नॉर्थईस्ट स्टेट मणिपुर में तकरीबन दो साल से हालात सामान्य नहीं हैं. जातीय हिंसा के चलते आम जनजीवन पटरी से उतर गया. सुरक्षाबलों की तैनाती के बावजूद हिंसा की घटनाएं अक्सर ही सामने आती रही हैं. प्रदेश के हालात को इससे ही समझा जा सकता है कि कई इलाकों में आवाजाही बंद है. अब गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में शांति बहाल करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने शनिवार 1 मार्च 2025 को मणिपुर की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और निर्देश दिया कि 8 मार्च 2025 तक मणिपुर के सभी रास्तों पर जनता की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने इन रास्तों पर अवरोध या रुकावट पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है. गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल मीटिंग में प्रदेश के राज्यपाल, होम सेक्रेटरी, वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, आर्मी कमांडर (ईस्ट कमान), बीएसएफ के महानिदेशक, सीआरपीएफ के डीजी, असम राइफल्स के चीफ के साथ ही अन्य सीनियर अफसर शामिल हुए.
गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को नई दिल्ली में मणिपुर की सुरक्षा स्थिति पर एक हाई-लेवल रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता की है. बैठक में अमित शाह ने निर्देश दिया कि 8 मार्च 2025 से मणिपुर के सभी रास्तों पर जनता की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने रास्ते में अवरोध उत्पन्न करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को भी कहा है. गृह मंत्री अमित शाह ने जबरन उगाही के सभी मामलों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई जारी रखने का आदेश दिया है. इसके अलावा मणिपुर से लगते इंटरनेशनल बॉर्डर पर आवाजाही के लिए चिन्हित किए गए एंट्री प्वाइंट के दोनों तरफ बाड़ लगाने के काम को जल्द पूरा करने को कहा है.
ड्रग सिंडिकेट के खिलाफ सख्त एक्शन
अमित शाह ने रिव्यू मीटिंग में मणिपुर को नशामुक्त बनाने के लिए नशे के काले कारोबार में लिप्त पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का आदेश दिया है. अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार मणिपुर में शांति बहाली के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए हरसंभव सहायता दे रही है. बता दें कि मणिपुर महीनों से हिंसा और अशांति के दौर से गुजर रहा है. हालात को देखते हुए प्रदेश में व्यापक पैमाने पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, ताकि उपद्रवियों पर नकेल कसी जा सके और नॉर्मल लाइफ को फिर से बहाल किया जा सके.
मणिपुर में सीएम का इस्तीफा, फिर राष्ट्रपति शासन
मणिपुर में हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह पर काफी दबाव था. उन्होंने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. मणिपुर में करीब डेढ़ साल पहले हिंसा का दौर शुरू हुआ था. 27 मार्च 2023 को मणिपुर हाईकोर्ट ने एक आदेश में राज्य सरकार से मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) की सूची में शामिल करने की बात पर जल्दी विचार करने को कहा था. इस आदेश के कुछ दिन बाद 3 मई 2023 को राज्य में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़क गई थी. इसमें कई लोगों की जान भी गई. मणिपुर में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर द्वारा आयोजित एक रैली के हिंसक हो जाने के बाद प्रशासन ने शूट ऐट साइट का ऑर्डर भी जारी किया था. उसके बाद प्रदेश के अधिकांश जिलों में कर्फ़्यू लगा दिया गया और हालात को नियंत्रित करने के लिए सेना और असम राइफ़ल्स के जवानों को तैनात किया गया.
New Delhi,Delhi
March 01, 2025, 15:46 IST
