भोलेनाथ नहीं सुन रहे आपकी पुकार, तो इस दिशा में खड़े होकर चढ़ाएं शिवलिंग पर जल

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Somwar upay: भोलेनाथ सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते हैं. उन्हें एक लोटे जल से ही प्रसन्न किया जा सकता है. लेकिन सनातन धर्म में शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए कुछ नियम बताए गए हैं, जिसमें दिशा का बहुत…और पढ़ें

भोलेनाथ नहीं सुन रहे आपकी पुकार, तो इस दिशा में खड़े होकर चढ़ाएं शिवलिंग पर जल, जल्द होगी हर इच्छा पूरी!
हाइलाइट्स
- सोमवार को शिवलिंग पर दक्षिण दिशा में खड़े होकर जल चढ़ाएं.
- पूर्व दिशा की ओर मुख करके जल न चढ़ाएं.
- शिवलिंग पर तांबे, पीतल या चांदी के लोटे से जल चढ़ाएं.
Somwar upay: सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन अधिकतर लोग शिव मंदिर जाते हैं और शिव जी पूजा कर उन्हें जल अर्पित करते हैं. शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग पर श्रृद्धाभाव से जल चढ़ाने मात्र से भगवान प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने की सही दिशा क्या होती है? अगर नहीं तो जान लें कि भोलेनाथ पर जल चढ़ाते समय दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि अगर आप गलत दिशा में खड़े होकर जल अर्पित करते हैं तो इससे आपको पूजा का फल नहीं मिल पाता है.
दरअसल, शिवलिंग पर जल चढ़ाने के कुछ नियम होते हैं. जिसमें सही दिशा भी बहुत मायने रखती है. ऐसे में आइए पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार जानते हैं कि सोमवार के दिन जब भी शिव मंदिर जाएं तो शिवलिंग पर जल किस दिशा में खड़े होकर चढ़ायें.
इस दिशा में खड़े होकर चढ़ाएं जल
शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग पर हमेशा दक्षिण दिशा में खड़े होकर जल चढ़ाना चाहिए. इसके आपको बता दें कि जल कभी भी पूर्व दिशा की तरफ मुख करके जल नहीं चढ़ाना चाहिए क्योंकि इस दिशा में शिव जी का मुख्य प्रवेश द्वार होता है. इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि जब आप दक्षिण दिशा में खड़े होकर जल अर्पित कर रहे हैं तो आपका जल उत्तर दिशा की तरफ जाए. यह उत्तम माना जाता है.
शिवलिंग पर जल चढ़ाने के नियम
शिवलिंग की पूजा करते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए. जैसे कभी भी शिवलिंग पर पुराना, या गंदा जल नहीं चढ़ाना चाहिए.
शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए तांबे, पीतल या फिर चांदी के लोटे का इस्तेमाल करना चाहिए.
शिवलिंग पर जब भी जलाभिषेक करें तो कभी भी सीधे खड़े होकर ना करें बल्कि झुककर या फिर बैठकर करें. साथ ही यह भी सुनिश्चित कर लें कि जल या दूध की धारा पतली रहे.
जलाभिषेक के दौरान ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते रहें. इन नियमों का पालन करने से भगवान शिव भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
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March 03, 2025, 06:43 IST
