पैसों की लालच में प्रमिका ने सारी हदें की पार, 4 साल के रिलेशन को किया तार-तार

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Ex Girlfriend Kidnaped Boyfriend: पूर्व-गर्लफ्रेंड ने पैसों की लालच में ब्यॉफ्रेंड को किडनैप करवा लिया. 1 महीने क बंधक बनाए रखा. पुलिस को कानों-कान खबर नहीं हो पाई. मगर जब उनकी पैसों की लालच बढ़ने लगी तो परिवार…और पढ़ें

अपार्टमेंट पहुंची पुलिस तो खुला राज.
Ex Girlfriend Kidnaped Boyfriend: पैसों की लालच में एक पूर्व-प्रेमिका ने सारी हदें की पार कर दी. 4 साल के लिव-इन में रहने वाली गर्लफ्रेंड आईआईएम पास आउट ब्वॉयफ्रेंड के सारे राज जान गई थी. वह बदले की भावना और पैसे कमाने की लालच में अपने ब्वॉयफ्रेंड को ही किडनैप करवा लिया और एक महीने तक घर में कैद रखा. घरवालों से 12 करोड़ की फिरौती की मांग की, जिसमें से उन्होंने 1.5 करोड़ रुपये ले लिए.
वडोदरा और नवी मुंबई पुलिस के एक संयुक्त अभियान ने 32 वर्षीय निखिल परमार को बचाया. यह एक निजी फंड मैनेजमेंट फर्म चलाता है. पुलिस ने एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने निखिल की पूर्व लिव-इन पार्टनर प्रीति सिन्हा की तलाश कर रही है.
चार साल लिव इन में रहे
पुलिस ने बताया कि निखिल और प्रीति पिछले साल तक लिव इन में रहे. फिर दोनों ने अलग होने का फैसला किया. दोनों अलग-अलग अपना प्राइवेट फाइनेंस फर्म चलाते है. मगर, लिव-इन में रहने के दौरान प्रीति को निखिल के परिवार के पैसों के बारे में पता चल गया था. वह उसके साथ पूरे भारत में भी घूमी थी.
चार ने मिलकर रची पूरी साजिश
पिछले साल दोनों ने अलग होने का फैसला किया था. प्रीति ने बिजनेस पार्टनर कपिल राजपूत के साथ मिलकर खतरनाक चाल चली. जल्दी पैसा कमाने के लिए अपहरण की साजिश रची थी. उन्होंने योजना को अंजाम देने के लिए गिरीश भोले और मधुमिता पोतदार की मदद ली. निखिल के पिता रजनीकांत परमार से पैसे ऐंठने की साजिश रची. रजनीकांत ने अपहरणकर्ताओं को पहले ही 1.5 करोड़ रुपये दे दिए थे, लेकिन पूरी फिरौती की रकम की उनकी लगातार मांग जारी रही.
फर्जी केस में फंसाने की धमकी
आरोपियों ने निखिल को बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी दी, दावा किया कि उनके पास केंद्रीय गृह मंत्रालय में शक्तिशाली संबंध हैं. सिन्हा ने उससे कहा कि अगर उसने फिरौती नहीं दी, तो वह उसे उन सभी राज्यों में बलात्कार के मामले में फंसा देगी. उसे आसानी से गिरफ्तार करवा देगी. परमार के पिता द्वारा गिरोह को 1.50 करोड़ रुपये दिए जाने के बाद, उन्होंने उसमें से कुछ पैसे पीड़ित की देखभाल में खर्च किए, जिसमें उसका भोजन खर्च भी शामिल था.
वाशिंग मशीन के पीछे छिपा निखिल
जब पुलिस नवी मुंबई में फ्लैट पर पहुंची, तो तीनों आरोपी वहां मौजूद थे. फिर पुलिस ने निखिल की तलाश की और उसे बालकनी में एक वॉशिंग मशीन के पीछे छिपा हुआ पाया. अपहरणकर्ताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए उसके ऊपर एक कपड़ा डाल दिया कि पुलिस उसे न पा सके.
