पिता बनना चाहते थे दर्जी, बेटा बन गया बॉलीवुड का खूंखार विलेन स्टार

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नई दिल्लीः फिल्मों में जितना महत्व हीरो का होता है, उतना ही खास रोल एक विलेन का भी होता है. फिल्म में विलेन न हो तो कोई हीरो नहीं बन सकता, लिहाजा पर्दे पर दोनों ही किरदार एक सिक्के के दो पहलू हैं. इस आर्टिकल मे…और पढ़ें

शक्ति कपूर ने केके शुक्ला को बताया कि फ़िरोज़ खान के साथ दुर्घटना में वह शामिल था. केके शुक्ला ने फिर फ़िरोज़ खान को यह बताने के लिए कॉल किया कि जिस व्यक्ति को वह खोज रहे थे वो वहीं था. इसके चलते शक्ति कपूर को हिट फिल्म कुर्बानी में कास्ट किया गया, जिसमें फिरोज खान, विनोद खन्ना और अमरीश पुरी भी थे. यह फिल्म शक्ति कपूर के करियर का अहम मोड़ बन गई.

यहां हम जिस अभिनेता के बारे में बात कर रहे हैं वो एक या दो नहीं बल्कि 700 से ज्यादा फिल्मों में दिख चुका है. उन्होंने सलमान, शाहरुख, सैफ अली खान, आमिर, गोविंदा जैसे लगभग हर स्टार्स की फिल्म में काम किया है. वो खलनायक की भूमिका और अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसाने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें अपने पिता के खिलाफ भी विद्रोह करना पड़ा था.

और वो हैं बॉलीवुड स्टार शक्ति कपूर, जो सालों से अपने शानदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं और वे भारत के सबसे पसंदीदा अभिनेताओं में से एक हैं. शक्ति कपूर के पिता दिल्ली के करोल बाग में एक दर्जी थे और चाहते थे कि उनका बेटा पारिवारिक व्यवसाय संभाले. हालांकि, शक्ति कपूर को कपड़ों के व्यवसाय में कोई दिलचस्पी नहीं थी और उनकी कुछ और महत्वाकांक्षाएं थीं. उनके पिता ने उन्हें अपने काम के लिए दुकान का एक हिस्सा देने का वादा किया था, लेकिन बाद में वे अपने वादे से मुकर गए.

उन्होंने 1980 की फिल्म कुर्बानी में खलनायक विक्रम सिंह की अपनी यादगार भूमिका से दर्शकों का दिल जीत लिया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शक्ति कपूर को यह भूमिका कैसे मिली, इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है? अगर नहीं, तो हम आपको बताते हैं! यह वास्तव में एक भाग्यशाली संयोग था जिसके कारण उन्हें यह अवसर मिला, और इसने बॉलीवुड में उनके लिए कई दरवाजे खोल दिए. अब वे 225 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं.

डीडी उर्दू के साथ बातचीत में, शक्ति कपूर ने साझा किया कि अपने शुरुआती दिनों में, उन्होंने एक विज्ञापन में काम किया और लगभग 13,000 रुपये कमाए थे. कार के शौकीन होने के कारण, उन्होंने उस पैसे से एक सेकेंड-हैंड फिएट कार खरीदी, जिसके दरवाजे आगे से खुलते थे. शक्ति कपूर ने आगे बताया, ‘मैं बांद्रा के लिंकिंग रोड पर अपनी फिएट कार चला रहा था, तभी एक मर्सिडीज ने ओवरटेक करने की कोशिश में मेरी कार को टक्कर मार दी और मेरी कार एक कोने में जा गिरी.’ अपनी नई कार के क्षतिग्रस्त होने के बाद शक्ति कपूर को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, यहां तक कि उन्हें पेट्रोल खरीदने में भी परेशानी हो रही थी.

अपनी लागत वसूलने के लिए उन्होंने घटना में शामिल दूसरी कार के मालिक से बात करने का फैसला किया था. अभिनेता ने कहा, “जैसे ही कार का दरवाजा खुला, मैंने देखा कि मर्सिडीज चलाने वाला कोई और नहीं बल्कि फिरोज खान था. उन्हें देखकर मेरा सारा गुस्सा गायब हो गया और मैंने उसे बताया कि मैं एक अभिनेता हूं और मैंने उससे फिल्मों में मौका देने की अपील की.

उन्होंने कहा, ‘हां, तुम देखोगे. तुमने मेरी कार के साथ क्या किया है?’ और चला गया. उन्हें देखने के लिए भीड़ जमा हो गई. अपने नुकसान से निराश शक्ति कपूर उस दिन बाद में लेखक केके शुक्ला के घर गए, जिन्होंने उनसे कहा, ‘तेरी किस्मत खराब है.’

केके शुक्ला ने बताया कि उन्होंने उन्हें एक फिल्म में काम करने के लिए सुझाव देने की कोशिश की थी, लेकिन निर्देशक ने उस लड़के को चुना जिसका फिरोज खान के साथ पहले एक्सीडेंट हुआ था. उन्होंने शक्ति से कहा, “जब वो लड़का अपनी कार से उतरा, तो फिरोज खान डर गया, और उसने सोचा कि वो उसे मार देगा. मुझे उसके जैसा विलेन चाहिए जो लोगों को डरा सके. उन्होंने कहा कि मुझे वह लड़का चाहिए.’

शक्ति कपूर ने केके शुक्ला को बताया कि फ़िरोज़ खान के साथ दुर्घटना में वह शामिल था. केके शुक्ला ने फिर फ़िरोज़ खान को यह बताने के लिए कॉल किया कि जिस व्यक्ति को वह खोज रहे थे वो वहीं था. इसके चलते शक्ति कपूर को हिट फिल्म कुर्बानी में कास्ट किया गया, जिसमें फिरोज खान, विनोद खन्ना और अमरीश पुरी भी थे. यह फिल्म शक्ति कपूर के करियर का अहम मोड़ बन गई.
Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
March 01, 2025, 22:22 IST
