पाक में भारत का एक और दुश्मन टपका, मसूद अजहर का रिश्तेदार मारा गया

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Pakistan Terrorist Killed: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का रिश्तेदार कारी एजाज आबिद पेशावर में मारा गया. वह युवाओं को ब्रेनवॉश कर आतंकवादी बनाता था. अज्ञात हमलावरों ने मस्जिद के बाहर उसे गोली मा…और पढ़ें

मौलाना मसूद अजहर का रिश्तेदार मारा गया. (Reuters)
हाइलाइट्स
- मसूद अजहर का रिश्तेदार कारी एजाज आबिद मारा गया
- पेशावर में मस्जिद के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारी
- पाकिस्तान में देवबंदी विचारधारा से जुड़े लोगों पर हमले बढ़े
ाइस्लामाबाद: आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना और भारत के दुश्मन मौलाना मसूद अजहर का रिश्तेदार गोलियों से ढेर कर दिया गया. अपने संगठन के जरिए आतंकवादियों की भर्ती करने वाला कारी एजाज आबिद पेशावर में अज्ञात हमलावरों का निशाना बन गया. हमले में उसके साथी कारी शाहिद को भी गंभीर चोटें आईं. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पेशावर के पिस्तखारा इलाके में एक मस्जिद से बाहर निकलते वक्त कारी एजाज आबिद पर अज्ञात बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं. इस हमले में उसका खास सहयोगी भी बुरी तरह जख्मी हो गया.
पुलिस के अनुसार, एजाज आबिद अहले सुन्नत वल जमात नाम के संगठन का अहम सदस्य था. साथ ही वह खत्म-ए-नबूवत जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन का प्रांतीय नेता भी था. कारी एजाज आबिद का मौलाना मसूद अजहर से रिश्तेदारी का नाता था और वह भी देवबंदी विचारधारा से गहराई से जुड़ा हुआ था. दोनों ने कई बार एक साथ मंच साझा किया और शुरुआती दिनों में साथ पढ़ाई भी की थी. जानकारी के मुताबिक, एजाज अपने संगठन के जरिए जैश-ए-मोहम्मद के लिए युवाओं को बहकाकर आतंकवादी बनाता था.
ऐसे बनाता था आतंकी
मसूद अजहर की योजना थी कि उसके संगठन में भर्तियां सीधे न हों, बल्कि दूसरे संगठनों के जरिए हों, ताकि नए आतंकवादियों की पूरी जानकारी मिल सके और यह पता चल सके कि वे संगठन के लिए कितने फायदेमंद होंगे. इसके लिए कारी एजाज पहले युवाओं को अपने संगठन के जलसों में बुलाता था. फिर धीरे-धीरे उनका ब्रेनवॉश करता था और उन्हें खतरनाक आतंकवादी बना देता था. इसके बाद उन्हें हथियारों और विस्फोटकों की ट्रेनिंग के लिए जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों में भेजा जाता था.
पाकिस्तान में बढ़े हमले
पुलिस का कहना है कि देशभर में खासतौर पर देवबंदी विचारधारा से जुड़े धार्मिक लोगों को निशाना बनाकर हत्याएं बढ़ गई हैं. अभी तक इस मामले में न तो हमलावरों की पहचान हो पाई है और न ही कोई गिरफ्तारी हुई है. पाकिस्तान में इस साल आतंकवादी संगठनों से जुड़े करीब एक दर्जन लोगों की इसी तरह हत्या हो चुकी है. इन मामलों में पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां अब तक खाली हाथ हैं. वे किसी को पकड़ नहीं पाई हैं, जिससे वहां के कथित धार्मिक संगठनों और बड़े आतंकवादियों में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है.
