पाकिस्तान सीरिया बनने की राह पर, ISIS के आतंकियों का लगा जमावड़ा

Last Updated:
ISIS IN PAKISTAN: ISIS का गठन अप्रैल 2013 में हुआ.अबु बक्र अल-बगदादी इसका मुखिया था.शुरू में अल कायदा ने इसका समर्थन किया लेकिन बाद में अल कायदा इससे अलग हो गया.शरिया कानून को सख्ती लागू कर के लिए हिंसा का सहार…और पढ़ें

पाकिस्तान में पैर जमाने लागा ISIS
हाइलाइट्स
- पाकिस्तान में ISIS का आतंक बढ़ रहा है.
- ISPP ने बलूचिस्तान में कई हमले किए.
- ISIS और तालिबान के बीच तनाव बढ़ा.
ISIS IN PAKISTAN: पाकिस्तान में हत्याओं का दौर जारी है. ताजा घटनाक्रम में क्वेटा के एयरपोर्ट रोड पर अज्ञात लोगों ने जमीयत उलमा-ए-इस्लाम यानी जेयूआई के मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई को निशाना बनाया. जमीयत के मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की. इसमें मुफ्ती अब्दुल को कई गोलियां लगीं. इस इस्लामिक घटना कि जिम्मेदारी ली है ISPP यानी इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान प्रोविंस ने.
ISIS का पाकिस्तानी विंग है ISPP
पाकिस्तान में ISIS ने अपने ऑपरेशन की शुरुआत 2016 से हुई. मई 2019 में ISPP यानी इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान प्रोविंस अस्तित्व में आया. पाकिस्तान में IS के ऑपरेशन को ISKP लीड कर रहा है . ISKP ख़ैबर के इलाके में एक्टिव है. ISPP पंजाब , बलूचिस्तान और आजाद कश्मीर के अलावा ईरान के बलूचिस्तान सिस्तान में एक्टिव है. इस गुट के बनते ही इसने बलूचिस्तान के मस्तांग इलाके में पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी और क्वेटा में TTP के आतंकी को निशाना बनाया था. पिछले साल ही 7 फरवरी को बलूचिस्तान में दो अलग अलग बम धमाकों में 30 लोगों को मारा दिया था. इन हमले को मोटर साइकिल में IED के जरिए अंजाम दिया था.
ISIS की बलूचिस्तान में हुई थी बड़ी बैठक
अगानिस्तान में तालिबान को कबिज करा कर पाकिस्तान यह सपना देख रहा था कि अब पूरे इलाके में उसका वर्चस्व होगा. पाकिस्तान का सपना जलद ही टूट गया. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के साथ पाकिस्तान के रिश्ते बद से बददतर हो गए हैं. TTP और बलूचिस्तान ने पाकिस्तान के नाक में दम कर दिया है. अब इस्लामिक स्टेट ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. तालिबान मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दिनों ही सीरिया और इराक से ISIS की सेंट्रल लीडरशिप का डेलिगेशन बलूचिस्तान पहुंचा था. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक यह आतंकियों की टोली ISKP और ISPP के आतंकियों से मुलाकत करने पहुंचे थे. इनके बीच बैठक हुई और आगे की प्लानिंग कर चर्चा की. चिंता वाली बात तो यह है कि IS खोरासान को इस रीजन और पूरी दुनिया में फैलाने के लिए बलूचिस्तान को अपना गढ़ बनाने की बात कहीं गई.
पैर पसार रहा है ISIS
सेंटर फॉर स्ट्रेटिजिक एंड इंटरनेशनल स्ट्डी की रिपोर्ट के मुताबिक ISPP ने साल 2020 से 2023 के बीच बलूचिस्तान में 18 हमलों को अंजाम दिया इसमें 8 फिदायीन अटैक थे. इन अटैक में 64 लोगों की मौत हुई. इस्लामाबाद में एक हमले को अंजाम दिया. इसमें 1 शख्स की मौत हुई. खैबर के इलाके में 92 हमलों को अंजाम दिया गया. इनमें मारे जाने वालों की संख्या 209 थी. पंजाब प्रांत में भी 9 हमलों को अंजाम दिया. इसमें 8 लोगों की जान चली गई. ISPP के हमले ISKP जैसे बड़े नही रहे. यह छोटे हमलो को छोटे हथियार और RPG के जरिए देते रहे है. और इनके निशाने पर मिलिट्री, पुलिस,पोलियों वैक्सिनेटर और अल्पसंख्यक ज्यादा है. ISIS और तालिबान , तहरीके तालिबान के बीच छत्तसी का आंकड़ा है.
March 18, 2025, 00:37 IST
