पहलगाम आतंकी हमले की सबसे बड़ी सीख, किसी भी टूरिस्ट स्पॉट पर जाने से पहले ऐसे

Last Updated:
किसी भी टूरिस्ट प्लेस पर जाने से पहले उसके नजदीकी पुलिस स्टेशन या आर्मी चेकपॉइंट से बात करें. पूछें कि हाल के दिनों में कोई सुरक्षा खतरा या घटना तो नहीं हुई है? क्या आम लोगों का आना-जाना सुरक्षित है? ऐसी जानकार…और पढ़ें

टूरिस्ट स्पॉट पर जाने से पहले चेक कर लें सिक्योरिटी.
हाइलाइट्स
- पहलगाम आतंकी हमले ने सुरक्षा पर सवाल खड़े किए.
- टूरिस्ट प्लेस पर जाने से पहले पुलिस स्टेशन से संपर्क करें.
- सोशल मीडिया और टूरिज्म पोर्टल्स पर रिसर्च करें.
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर लोगों में गुस्सा का उबाल है. इस हमले में आतंकियों ने 26 टूरिस्टों का धर्म पूछकर उन्हें गोली मार दी. इस हमले ने एक बार फिर से सिक्योरिटी को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. जम्मू-कश्मीर काफी सेंसिटिव एरिया है, वहां आर्मी और आतंकियों के बीच हुए मुठभेड़ की कई खबरे सुनने को मिलती है. लेकिन पहली बार वहां के टूरिस्ट स्पॉट पर पर्यटकों पर हमला किया गया, जो सिक्योरिटी की कमी को भी दर्शाती है. इसलिए, किसी भी पर्यटन स्थल पर जाने से पहले खुद से सिक्योरिटी चेक करना न केवल समझदारी है, बल्कि आप अपनी और सैकड़ों लोगों को डेंजर ज़ोन से सेफ कर रहे हैं.
किसी भी टूरिस्ट प्लेस पर जाने से पहले उसके नजदीकी पुलिस स्टेशन या आर्मी चेकपॉइंट से बात करें. पूछें कि हाल के दिनों में कोई सुरक्षा खतरा या घटना तो नहीं हुई है? क्या आम लोगों का आना-जाना सुरक्षित है? ऐसी जानकारी आपको ground-level पर सुरक्षा स्थिति का सही अनुमान देती है और अगर आपको लगे की सिक्योरिटी टाइट नहीं है तो उनसे कहें कि वहां जब अधिक टूरिस्ट आते हैं तो उस जगह को पूरी तरह से हाई अलर्ट मोड पर रखें.
लोकल लोगों से जानकारी लें
आप जब भी किसी नई जगह की योजना बनाएं, तो वहां के लोकल लोगों से संपर्क करें. चाहे होटल मालिक हों, कैब ड्राइवर या गाइड उनसे जानें कि उस इलाके में टूरिस्ट्स को कोई खतरा तो नहीं है. कई बार लोकल लोग आपको वो जानकारी दे सकते हैं जो कहीं और नहीं मिलेगी.
सोशल मीडिया और टूरिज्म पोर्टल्स को भी चेक करें
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उस जगह के बारे में हालिया पोस्ट और वीडियो देखें. वहां लोगों के फीडबैक से पता चलता है कि क्या माहौल ठीक है या किसी ने कोई नेगेटिव अनुभव शेयर किया है. इसके अलावा ट्रैवल फोरम्स और रिव्यू साइट्स पर रिसर्च करें. जैसे Google Reviews और कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रियल यूजर्स के अनुभव पढ़ें. यहां अक्सर लोग साफ-साफ लिखते हैं कि वहां जाने में कोई खतरा तो नहीं है. वहां क्या चीज अच्छी है और क्या गलत है. इसके अलावा अलर्ट और एडवाइजरी पर नजर रखें. भारत सरकार के टूरिज्म पोर्टल्स और गृह मंत्रालय द्वारा जारी की जाने वाली ट्रैवल एडवाइजरी को चेक करें. अगर किसी क्षेत्र को सेंसिटिव या रिस्की कहा गया है, तो वहां जाने से बचना चाहिए. सबसे अहम चीज यह कि जहां भी जाएं, अपने करीबी रिश्तेदार या दोस्तों के साथ अपनी लोकेशन और ट्रैवल प्लान शेयर करते रहें ताकि किसी भी इमरजेंसी में वे संपर्क कर सकें.
