Trending

नदियों में जमा सिल्ट, खेतों में भरा पानी…फसल तो दूर सुनें किसानों की बात

Agency:News18 Bihar

Last Updated:

Sitamarhi News : सीतामढ़ी जिले के सुरसंड प्रखंड के रघाउर गांव में 3000 हेक्टेयर भूमि पर जलजमाव से सैकड़ों किसान परेशान हैं. 20 साल पहले यहां हरि सब्जियां उगाई जाती थीं, अब केवल गेंहू उपजाते हैं.

X

प्रतिक्रिया

प्रतिक्रिया देते लोग

सीतामढ़ी जिले के सुरसंड प्रखंड के रघाउर गांव के करीब 3 हजार एकड़ में खेत में 365 दिन पानी जमे रहने के कारण यहां के सैकड़ों किसान परेशान हैं. इन खेतों की वह न तो माटी काटकर बेच सकते है और नाही सब्जी उगा सकते है. स्थानीय किसान कहते हैं कि आज से 20 साल पहले तक इस जगह पर सैकड़ों टन हरि सब्जियां उगाई जाती थीं. लेकिन, किसान इस जमीन पर कुछ नहीं कर पाते हैं. इसको लेकर local 18 आज ग्राउंड पर पहुंचकर किसानों से प्रतिक्रिया ली, किसानों ने बताया कि बाढ़ के समय ज्यादा परेशानी होती है.

रधाउर के मुखिया रविशंकर ठाकुर ने बताया कि सुरसंड का रधाउर और पिकधारपुर गांव गाद के कारण जलजमाव से बुरी तरह प्रभावित है. इन दोनों गांव की करीब 3000 हेक्टेयर भूमि पर खेती प्रभावित है. जबकि इसमें से 2500 हेक्टेयर जमीन में एक भी फसल नहीं होती. यहां सालों भर पानी जमा रहता है. बताया कि इस संबंध में 2021 से ही लगे हुए है.

उड़ाही को लेकर कार्य को बागमती परियोजना से स्वीकृति दे दी गई व स्टेमिट बनने के उपरांत उसकी राशि अधिक होने पर डीडीसी की स्वीकृति की जरूरत पड़ी. अभी तक उसकी स्वीकृति डीडीसी के द्वारा नहीं दिया गया.

नवीन तिवारी, अवधेश ठाकुर, नरेंद्र ठाकुर, रामकुमार ठाकुर, रामजतन झा आदि ने बताया कि पिछले 20 साल से यहां के लोग केवल गेंहू उपजाते आ रहे हैं. जबकि कुछ क्षेत्र में सालभर जलजमाव के कारण गेहूं गेहूं भी भी नहीं हो पाता है. अब पानी से उपर खेतों में जंगली पौधे चिग्गार आदि उपजता है. जगह-जगह मरहा नदी के पानी के बहाव से गड्डा बन गया है. खेती योग्य जमीन को जोतने में भी दिक्कत होती है.

जमीन समतल नहीं रह पाने के कारण पटवन में परेशानी होती है. अभी भी गेहूं के खेतों में पानी भरा है. गेहूं डूब चुका है हालांकि, मरहा नदी की सफाई (उड़ाही) को लेकर कई बार मुखिया के द्वारा आवेदन दिया है. पर, अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि इससे पहले किसान मरा नदी से क्षेत्र के खेतों की सिंचाई करते थे, लेकिन अब जलजमाव के कारण खेती चौपट है.

बतादे की इस नदी के मूलधारा में गाद जमा होने से परिहार प्रखंड के सुतिहारा पुल से होकर गुजरते हुए बेलहिया गांव स्थित पुल से पहले दो शाखा में विभक्त हो जाती है. जिसकी एक शाखा बेलहिया, मुजेलिया, शंकरपुर, बांताय परसा, मकुनहिया, रघाउर, भिखा, बाजितपुर गांव होते हुए संघही नदी में जाकर मिलती है, जिसके कारण इस एरिया के 50हजार किसान प्रभावित है.

homebihar

नदियों में जमा सिल्ट, खेतों में भरा पानी…फसल तो दूर सुनें किसानों की बात

source

yashoraj infosys : best web design company in patna bihar
yashoraj infosys : best web design company in patna bihar

viral blogs

About Author

You may also like

Trending

नासिक में ट्रक और टेंपो में जोरदार टक्कर, 8 लोगों की मौत, कई घायल

Last Updated:January 12, 2025, 23:34 IST Road Accident: नासिक में एक भीषण रोड एक्सीडेंट में 8 लोगों की मौत हो
Trending

रोहिड़ी महोत्सव: राजस्थानी परंपरा, विरासत और पर्यटन को नई ऊंचाई देने का माध्यम

Last Updated:January 13, 2025, 00:09 IST Music Festival: ‘द रोहिड़ी’ महोत्सव का आयोजन सीमावर्ती रोहिड़ी में किया जाना था, लेकिन