दवा से कम नहीं है संगीत, पुष्पम प्रज्ञा ने म्यूजिक को बनाया अपनी जिंदगी

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Life Management: पुष्पम प्रज्ञा, 2019 बैच की पुलिस अधिकारी, संगीत में विशारद और बेहतरीन तबला वादक हैं. संगीत उनके तनावपूर्ण जीवन में दवा का काम करता है. मां के मार्गदर्शन में संगीत सीखा और मास्टर डिग्री हासिल क…और पढ़ें

पुष्पम प्रज्ञा
हाइलाइट्स
- पुष्पम प्रज्ञा संगीत में विशारद और तबला वादक हैं
- संगीत से पुष्पम का तनाव दूर होता है
- पुष्पम 2019 बैच की पुलिस अधिकारी हैं
वैशाली. पुलिस की नौकरी में हमेशा भागदौड़ और तनाव बना रहता है. ऐसे में पुलिसकर्मी अक्सर सख्त और तनावपूर्ण जीवन जीते हैं. लेकिन अगर पुलिसकर्मी संगीत से नाता जोड़ लें, तो उनका जीवन तनावमुक्त हो सकता है. हाजीपुर के नगर थाना में तैनात एक महिला पुलिस अधिकारी के लिए संगीत किसी दवा से कम नहीं है, जो दिनभर की थकान को मिनटों में दूर कर देता है.
सुरीली आवाज के साथ एक बेहतरीन तबला वादक हैं पुष्पम
हम बात कर रहे हैं महिला सशक्तिकरण की मिसाल और तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी पुष्पम प्रज्ञा की, जिनके लिए संगीत किसी पूजा से कम नहीं है. संगीत उनके जीवन का एक अहम हिस्सा है. पुष्पम प्रज्ञा संगीत में विशारद हैं और सुरीली आवाज के साथ-साथ एक बेहतरीन तबला वादक भी हैं. खास बात यह है कि उनकी यह विद्या पुलिस की कठिन नौकरी में भी उनके लिए दवा का काम करती है.
मां के मार्गदर्शन में ली संगीत की शिक्षा
पुष्पम बताती हैं कि बचपन से ही मां के मार्गदर्शन में संगीत की शिक्षा ली और पढ़ाई के साथ-साथ संगीत में मास्टर डिग्री भी हासिल की. पुष्पम प्रज्ञा ने बताया कि संगीत उनका पैशन है, इसलिए जब भी ड्यूटी से फुर्सत मिलती है, वह रियाज जरूर करती हैं. उन्होंने बताया कि घर में भी संगीत का अच्छा माहौल है. पिता जी अच्छे श्रोता हैं और मां अच्छी गायिका हैं. लिहाजा जब परिवार के सभी लोग इकट्ठा होते हैं, तो घर में संगीत की महफिल जमती है.
भोजपुरी की है अपनी अलग मिठास
कई विधाओं में निपुण पुष्पम प्रज्ञा नेशनल लेवल की वॉलीबॉल प्लेयर भी रही हैं, लेकिन संगीत से उनका अलग ही लगाव है. शायद यही वजह है कि पुलिस की नौकरी में रहते हुए भी वह संगीत से दूरी नहीं बना सकी हैं. पुष्पम ने आज के दौर में चल रहे संगीत पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि आज के समय में भी अच्छे गीत बन रहे हैं और उन्हें गाया जा रहा है. वहीं, भोजपुरी गानों में अश्लीलता को लेकर उन्होंने कहा कि भोजपुरी बहुत ही मीठी और अच्छी भाषा है, लेकिन अगर अश्लीलता को हटा दिया जाए, तो भोजपुरी की अपनी अलग मिठास है.
2019 बैच की पुलिस अधिकारी हैं पुष्पम प्रज्ञा
अंत में पुष्पम प्रज्ञा ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने शास्त्रीय संगीत को अपने जीवन में उतारा है, अगर मौका मिले तो वह आगे इस क्षेत्र में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं. बता दें कि मूल रूप से सुपौल की रहने वाली पुष्पम प्रज्ञा 2019 बैच की पुलिस अधिकारी हैं, जो नगर थाना में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं और साथ ही महिला हेल्प डेस्क की प्रभारी भी हैं. पुष्पम की कार्यशैली और सौम्य व्यवहार के कारण ना सिर्फ आम लोग बल्कि वरीय अधिकारी भी उनकी प्रशंसा करते हैं.
