थ्री स्टार होटल से कम नहीं इस गांव का पंचायत भवन, चर्चा में 10वीं पास प्रधान

Last Updated:
Model village kurebhar : सुल्तानपुर मुख्यालय से करीब 21 किलोमीटर दूर कूरेभार ग्राम पंचायत अपनी आधुनिक और वैज्ञानिक सोच को लेकर सुर्खियों में है. यहां हुए सारे कार्य अपने आप में नजीर हैं.

कूरेभार ग्राम पंचायत की प्रधान गीता कसौधन
हाइलाइट्स
- गीता कसौंधन ने कूरेभार गांव को मॉडल गांव बनाया.
- गीता को प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया गया.
- गीता ने महिलाओं को समाज में सक्रिय होने का संदेश दिया.
सुल्तानपुर. अपनी वैज्ञानिक सोच और विकासवादी विचारधारा से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर की एक महिला चर्चा में हैं. सुल्तानपुर जिले की कूरेभार ग्रामसभा की ग्राम प्रधान गीता कसौंधन ने अपने गांव को कुछ इस तरीके से विकसित किया है मानो वह किसी थ्री स्टार होटल जैसा हो. सुल्तानपुर मुख्यालय से लगभग 21 किलोमीटर दूर कूरेभार ग्राम पंचायत अपनी आधुनिकता और वैज्ञानिक सोच को लेकर चर्चा में है.
इस तरह गांव को बनाया मॉडल
जिला पंचायतीराज अधिकारी लोकल 18 से कहते हैं कि सरकार की मंशा के अनुरूप कूरेभार गांव में एक बेहतरीन मनरेगा पार्क, आधुनिक पंचायत भवन, डिजिटल लाइब्रेरी, प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प, आधुनिक सरोवर, आरआरसी सेंटर, अन्नपूर्णा भवन, जन सुविधा केंद्र समेत कई ऐसे काम किए गए हैं जो अन्य गांव के लिए सीख हैं.
प्रदेश स्तर पर सम्मानित
सुल्तानपुर में 979 ग्राम पंचायतें हैं, लेकिन कूरेभार गांव की चमक सबसे जुदा है. अपने गांव कूरेभार को मॉडल गांव बनाने को लेकर चर्चा में आईं गीता कसौंधन ने 10वीं की डिग्री हासिल की है. वे अपने पति सुरेश कसौंधन को अपना आदर्श मानती हैं. अपने पति की विकासवादी सोच से प्रेरणा लेकर गीता ने गांव को आधुनिक रूप से डेवलप करने का प्रयास किया है. गीता को अपने गांव में कराए गए विकास कार्यों को लेकर प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है. उन्हें जनपद स्तरीय पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है.
महिलाओं को संदेश
गीता कहती हैं कि अब समय परिवर्तन का है. महिलाओं को भी अब घर की रसोई से बाहर निकलकर समाज की मुख्य धारा में आना चाहिए और समाज के निर्माण में अपना सहयोग करना चाहिए. इससे महिलाओं की स्थिति मजबूत होगी और अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिलेगी.
