तालिबान ने पाक को दिया जोर का झटका धीरे से…इकोनॉमी बर्बाद करने का ठोस प्लान

Last Updated:
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने एक बार फिर से पाकिस्तान को जोरदार झटका दिया है. इसके कारण पहले से ही खस्ताहाल पाकिस्तानी इकोनॉमी को और झटका लग सकता है. अब अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी करेंसी न…और पढ़ें

तालिबान ने पाकिस्तान को दिया जोर का झटका धीरे से. (Image:PTI)
हाइलाइट्स
- तालिबान ने पाकिस्तानी मुद्रा पर रोक लगाई.
- अफगानिस्तान के 22 जिलों में पाकिस्तानी रुपये नहीं चलेंगे.
- तालिबान ने सभी बैंकों और व्यापारियों को निर्देश जारी किए.
काबुल. अफगानिस्तान ने पड़ोसी और कभी अपने आका रहे पाकिस्तान को जोरदार झटका दिया है. हाल के समय में अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान और पाकिस्तान की मौजूदा सरकार के बीच रिश्ते काफी तल्ख रहे हैं. दोनों देशों के बीच कई तीखी झड़पें भी हो चुकी हैं. जिनमें दोनों ओर से कई सैनिकों की मौत भी हुई है. अब अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की पहले से ही खस्ताहाल इकोनॉमी को झटका देने का काम किया है. तालिबान के एक फरमान के मुताबिक पाकिस्तान से सटी हुई सीमा से लगे अफगानिस्तान के 22 जिलों में अब पाकिस्तानी मुद्रा नहीं चलेगी.
इस प्रबंध को लागू करने के लिए तालिबान प्रशासन ने व्यापारीयों समेत सभी बैंकों को निर्देश जारी किए हैं. अफगानिस्तान और पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण तालिबान शासन ने ये बड़ा कदम उठाया है. पाकिस्तान सीमा से लगी अफगानिस्तान सीमा के नंगरहार प्रांत के तालिबानी गवर्नर मुल्ला मोहम्मद नईम ने एक आदेश निकालकर प्रांत के 22 जिलों में तत्काल प्रभाव से पाकिस्तानी मुद्रा के लेनदेन पर रोक लगा दी है.
तालिबान के गवर्नर ने इसके लिए बाकायदा डिप्टी गवर्नर समेत बैंक ऑफ अफगानिस्तान, उद्योगपतियों और दुकानदारों के लिए भी आदेश जारी किए हैं. इस आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि प्रांत के सभी जिलों में तत्काल प्रभाव से पाकिस्तानी रुपये का लेन-देन ना करें. पाकिस्तान के रुपये को अफगानिस्तान में कलदारा कहा जाता है. आदेश के मुताबिक इसकी जगह तत्काल प्रभाव से केवल अफगानी मुद्रा ली जाएगी. अगर कोई पाकिस्तानी भी कोई चीज खरीदना चाहता है तो, उसे अफगानी मुद्रा लेनी होगी.
साथ ही जलालाबाद निगम, खनन विभाग सूचना एवं कल्चर विभाग समेत पुलिस मुख्यालय तथा बॉर्डर सुरक्षा गार्ड को निर्देश दिया है कि वह तत्काल प्रभाव से इस आदेश का पालन करायें. सभी सरकारी विभागों से कहा गया है कि वह अपने यहां के सभी व्यापारियों तथा अन्य लोगों साथ तत्कालीन आपातकालीन बैठक बुलाकर इस आदेश का पालन करायें. पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा पर लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए तालिबान अफगान का यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है. क्योंकि इसके चलते पाकिस्तान बॉर्डर पर रहनेवाले पाक नागरिकों को ज्यादा समस्या होगी. क्योंकि ज्यादातर बाजार अफगानी सीमा में ही पड़ते हैं.
March 04, 2025, 17:16 IST
