टापर्स की फैक्ट्री बना जहानाबाद का यह स्कूल, बच्चे कर रहे लाजवाब प्रदर्शन

जहानाबाद. बिहार के जहानाबाद जिला स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय हुलासगंज की स्थापना 1943 में हुई थी. तब से इस विद्यालय ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है. जैसे-जैसे इसका सरकारीकरण हुआ, वैसे-वैसे यहां सुविधाएं भी बढ़ती गईं. आज यह स्कूल जहानाबाद जिले को गर्व की अनुभूति कराता है. इस साल मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में पूरे बिहार में पांचवां स्थान प्राप्त करने वाला छात्र इसी विद्यालय से निकला है. पिछले तीन-चार सालों में इस स्कूल ने बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में टॉप 10 में अपना नाम दर्ज कराया है.
यहां से पढ़कर निकले छात्र बड़े-बड़े पदों पर काम कर रहे हैं. इस स्कूल का इतिहास काफी स्वर्णिम रहा है, हालांकि अभी भी कुछ कमियों के कारण यह कई क्षेत्रों में अपनी दावेदारी पेश करने में असफल रहा है. प्लस टू उच्च विद्यालय हुलासगंज को अब पीएम श्री स्कूल भी बनाए जाने का ऐलान किया जा चुका है. इससे यहां और भी बेहतर सुविधाएं छात्रों को मिलेंगी.
पढ़ाई के लिए स्कूल में हर सुविधा है उपलब्ध
इस विद्यालय की खासियत की बात करें तो यहां आपको हर आधुनिक सुविधा मिल जाएगी, जो आमतौर पर प्राइवेट स्कूलों में देखने को मिलती है. इस विद्यालय में प्रोजेक्टर से पढ़ाई की व्यवस्था है और कंप्यूटर लैब भी बनाया गया है. इसके अलावा, यहां साइंस लैब की भी सुविधा है, जिससे बच्चे साइंस में अच्छा प्रदर्शन कर सकें. यहां का अनुशासन भी एक खासियत है. इसका उदाहरण यह है कि यहां के एक पूर्व छात्र, जो दिल्ली में जिलाधिकारी थे, 5 साल पहले हुलासगंज उच्च विद्यालय पहुंचे थे. तब प्रधानाचार्य ने उन्हें अपनी कुर्सी दी, लेकिन उन्होंने प्रधानाचार्य की कुर्सी पर बैठना सही नहीं समझा और बगल में बैठ गए.
इस स्कूल में 1288 बच्चे हैं नामांकित
इस विद्यालय में हर जगह पर कुछ न कुछ ऐसा संदेश लिखा हुआ नजर आएगा, जो जीवन में मार्गदर्शन करने में सहयोग करता है. इस विद्यालय में कुल 1288 छात्र और छात्राएं हैं और शिक्षकों की संख्या 20 है, जिसमें 4 से 5 शिक्षक बीपीएससी से हैं. हालांकि, यहां 12वीं के गणित, म्यूजिक और केमिस्ट्री के शिक्षक की कमी है, जिससे पढ़ाई प्रभावित होती है. यदि विद्यालय की बाउंड्री सही होती तो खेल-कूद की तैयारियां भी सही ढंग से करवाई जा सकती थीं, लेकिन सही नहीं होने के कारण बच्चे इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं.
सभी के प्रयास से मिल रही है सफलता
प्लस टू उच्च विद्यालय हुलासगंज के प्रधानाचार्य विनय शील गौतम ने कहा कि ये सारी उपलब्धियां सिर्फ हमारी नहीं हैं, बल्कि यह हमारे बच्चों की मेहनत, शिक्षकों का सहयोग और सभी कर्मियों के योगदान का परिणाम है. इतनी कम जगह में एक-एक सुविधा का ख्याल रखना हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है. हमारी कोशिश है कि हम सभी बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करें, ताकि बच्चे राज्य स्तर पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें. इसका परिणाम पिछले 4 सालों में भी देखने को मिला है. इस साल भी 10वीं की परीक्षा में राज्य भर में उत्कर्ष राज ने 5वां स्थान प्राप्त किया है. इसके अलावा, पिछले तीन सालों में भी टॉप टेन में इस स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं.
