झांसी के एरच कस्बे से हुई थी होली पर्व की शुरुआत, होगा भव्य आयोजन

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Jhansi News: इस साल होली एरच महोत्सव पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करने के लिए गरौठा एसडीएम 3 मार्च को एरच महोत्सव समिति की बैठक करेंगे

फाइल फोटो
होली का पर्व देश भर में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है. होली से जुड़ी कई मान्यताएं हैं. इनमें सबसे प्रमुख मान्यता है कि राजा हिरण्यकश्यप के कहने पर होलिका भक्त प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठ गई थी. लेकिन भक्त प्रहलाद नहीं जले. इसके बाद भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध किया था. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह सब घटनाएं जिस जगह पर हुईं वो स्थान उत्तर प्रदेश के झांसी में है.
धूमधाम से मनेगा होली महोत्सव
भक्त प्रहलाद की नगरी एरच में होने वाले होली एरच महोत्सव 2025 की तैयारियां शुरू हो गई है. यहां योगी सरकार स्थानीय संगठनों के साथ मिलकर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करती है. इस आयोजन में पर्यटन विभाग, प्रशासन, श्री भक्त प्रहलाद जन कल्याण संस्थान के साथ ही स्थानीय निकाय और उत्तर प्रदेश सरकार के कई विभाग अपनी भूमिका निभाते हैं.
10 मार्च से शुरु होगा कार्यक्रम
इस साल होली एरच महोत्सव पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करने के लिए गरौठा एसडीएम 3 मार्च को एरच महोत्सव समिति की बैठक करेंगे, जिसमें पर्यटन विभाग, प्रशासन, पुलिस और स्थानीय संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे. होली एरच महोत्सव 2025 के अंतर्गत 10 मार्च से 14 मार्च तक विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
यहीं जली थी होलिका
श्री भक्त प्रहलाद जन कल्याण संस्थान के अध्यक्ष अमित चौरसिया ने बताया कि पर्यटन विभाग, प्रशासन और स्थानीय संगठन मिलकर भव्य होली एरच महोत्सव का हर साल आयोजन करते हैं. इस बार के आयोजन की तैयारी शुरू हो चुकी है और सोमवार को बैठक में कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा. एरच में आज भी वो चबूतरा बना हुआ है जहां होलिका जल गई थी. उसके पास ही एक मंदिर बना हुआ है जिसमें होलिका की वो मूर्ति रखी है जिसमें वो प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर बैठी है.
Jhansi,Uttar Pradesh
March 01, 2025, 23:59 IST
