चित्रकूट के इस गांव में मचा हाहाकार, ग्रामीण बोले- साहब दूर समस्या

Last Updated:
Water crisis in Chitrakoot : हर घर नल जल योजना के बावजूद कई इलाकों में साफ पानी नहीं पहुंच पाया है. पहाड़ी ब्लॉक के सुरसेन गांव में पानी को लेकर हालात गंभीर हो गए हैं. ग्रामीण सड़क पर उतर आए हैं.

फोटो
हाइलाइट्स
- चित्रकूट के सुरसेन गांव में पानी की भारी किल्लत.
- ग्रामीणों ने डीएम और सीडीओ कार्यालय में ज्ञापन सौंपा.
- हैंडपंप और पाइपलाइन की व्यवस्था नहीं है.
Water crisis in Chitrakoot/चित्रकूट. बुंदेलखंड के चित्रकूट जिले में गर्मी के आते ही हर साल पानी की किल्लत शुरू हो जाती है. यहां कई गांव में लोग आज भी कोसों दूर पैदल चलकर पानी लाने को मजबूर हैं. सरकार की ‘हर घर नल जल’ योजना के बावजूद कई इलाकों में अब तक साफ पानी नहीं पहुंच पाया है. पहाड़ी ब्लॉक के सुरसेन गांव में पानी को लेकर हालात बेहद गंभीर हो गए हैं. इस गांव के सैकड़ों लोग आज डीएम और सीडीओ कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने ‘हमें पानी दो’ के नारे लगाए और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में करीब 3000 की आबादी है, लेकिन न तो हैंडपंप ठीक हैं और न ही पाइपलाइन से पानी की कोई व्यवस्था है.
धीरे-धीरे विकराल
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव के सचिव और प्रधान गांव में खराब समरसेबुल बनवाने के नाम पर लोगों से पैसे वसूलते हैं. जिनके पास देने को पैसा नहीं है, वे आज भी कई किलोमीटर दूर से पीने का पानी लाने को मजबूर हैं. पानी की समस्या को लेकर ज्ञापन देने आए सत्यवीर सिंह, राधे कृष्ण त्रिपाठी सहित अन्य लोगों ने बताया कि पहले हमारे गांव में पानी की बहुत समस्या थी. कुछ साल पहले गांव में पानी की एक टंकी बनवा दी गई. जिसके बाद ये समस्या दूर हो गई थी. लेकिन कुछ दिन बाद धीरे-धीरे पानी की सप्लाई बंद होती गई और गांव में पानी की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव के इशारे पर टंकी की सप्लाई रोक दी गई. बताया गया कि मोटर जल गया है. जब ग्रामीणों ने सप्लाई शुरू करने की मांग की, तो सचिव ने प्रति कनेक्शन 2160 रुपये जमा कराने की मांग रखी, जिसके कारण आज हमें ज्ञापन के माध्यम से शिकायत करने आना पड़ा.
