घाटा नहीं ट्रंप के टैरिफ से होगा भारत को फायदा? बढ़ जाएगा एक्सपोर्ट

Last Updated:
ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने के प्रस्ताव से भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो पार्ट्स, केमिकल्स, टेक्सटाइल, फुटवियर, फर्नीचर और खिलौनों में 25 अरब डॉलर के अतिरिक्त निर्यात का लाभ मिल सकता है. FIEO ने सुझाव दिया कि भारत को अ…और पढ़ें

ट्रंप ने भारत से आयात पर 100 फीसदी तक टैरिफ लगाने की बात कही थी.
हाइलाइट्स
- भारत को ट्रंप के टैरिफ से 25 अरब डॉलर का निर्यात लाभ.
- इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो पार्ट्स, केमिकल्स, टेक्सटाइल में निर्यात बढ़ेगा.
- अमेरिका में भारत की उपस्थिति बढ़ाने के लिए 250 करोड़ का फंड आवंटन.
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विदेशी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाने के प्रस्ताव के बाद, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स ऑर्गनाइजेशन (FIEO) के एक अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोटिव पार्ट्स, ऑर्गेनिक केमिकल्स, टेक्सटाइल, फुटवियर, फर्नीचर और खिलौनों जैसे क्षेत्रों में लगभग 25 अरब डॉलर के अतिरिक्त निर्यात का लाभ उठा सकता है.
FIEO के उपाध्यक्ष इसरार अहमद ने TNIE को बताया कि ट्रंप की घोषणा से भारत को फायदा हो सकता है क्योंकि इसका असर चीन, कनाडा और मेक्सिको जैसे देशों पर भारत की तुलना में अधिक पड़ेगा.
मार्केट एक्सेस के लिए फंड बढ़ाने की जरूरत
इसरार अहमद ने सुझाव दिया कि भारत को अगले तीन वर्षों के लिए मार्केट एक्सेस इनिशिएटिव स्कीम में 250 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड आवंटित करना चाहिए ताकि अमेरिका में अपनी उपस्थिति को बढ़ाया जा सके. उन्होंने कहा, “हमें अमेरिका में अधिक प्रदर्शनियों, बायर-सेलर मीट और स्थानीय रिटेलर्स व डिस्ट्रीब्यूटर्स के बड़े संगठनों के साथ साझेदारी करके अपनी मौजूदगी को मजबूत करना होगा. सरकार के सक्रिय समर्थन से, हम चाहते हैं कि भारत अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ ड्यूटी लागू होने के बाद एक वैकल्पिक आपूर्तिकर्ता बने.” हालांकि, टेक्सटाइल सेक्टर इस फैसले को लेकर सतर्क है. टैरिफ में बढ़ोतरी तमिलनाडु के प्रमुख टेक्सटाइल हब तिरुपुर के निर्यातकों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है.
क्या कहा था ट्रंप ने?
अमेरिकी चुनाव जीतने के बाद पिछले साल दिसंबर में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह ब्रिक्स देशों से आयातित सामान पर 100 फीसदी टैरिफ लगाएंगे. भारत भी ब्रिक्स का हिस्सा है. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर ब्रिक्स में शामिल देश डॉलर के अलावा किसी और करेंसी को कारोबार के लिए मान्यता देते हैं तो उन्हें अमेरिका से व्यापारिक संबंध खत्म करने होंगे. दरअसल, ब्रिक्स देश पिछले काफी समय से डॉलर के मुकाबले एक नई वैकल्पिक करेंसी बनाने पर विचार कर रहे हैं ताकि डॉलर के वर्चस्व को कुछ कम किया जा सके. हालांकि, अभी तक इस तरफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इससे इतर, ट्रंप केवल भारत को भी निशाना बना चुके हैं. वह भारत को टैरिफ किंग कहते हैं. इसलिए वह अपने नए कार्यकाल में जैसे को तैसा वाली नीति पर काम करने की बात कर चुके हैं.
New Delhi,Delhi
January 25, 2025, 17:16 IST
