Trending

केजरीवाल के वादे के आगे मोदी की गारंटी पर महिलाओं ने किया यकीन, जमकर डाले वोट

Agency:भाषा

Last Updated:

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जीतीं, जबकि आप को 22 सीटें मिलीं. महिला मतदाताओं ने भाजपा के वादों पर भरोसा दिखाया, जिससे भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा.

केजरीवाल के वादे के आगे मोदी की गारंटी पर महिलाओं ने किया यकीन, जमकर डाले वोट

दिल्ली में महिलाओं ने पीएम मोदी की गारंटी पर भरोसा किया. (Image:PTI)

हाइलाइट्स

  • भाजपा ने दिल्ली चुनाव में 48 सीटें जीतीं.
  • महिला मतदाताओं ने भाजपा के वादों पर भरोसा दिखाया.
  • भाजपा ने महिलाओं के लिए कई योजनाओं का वादा किया.

नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. यहां भाजपा ने प्रचंड जीत दर्ज की है. 70 विधानसभा सीटों वाले केंद्रशासित प्रदेश में भाजपा के हिस्से में 48 सीटें आई है. जबकि, 22 सीटों पर आम आदमी पार्टी (आप) को जीत मिली है और कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता खोलने में नाकाम रही है. दिल्ली चुनाव में पहली बार पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाताओं ने वोट डाले. इस बार महिला मतदाताओं ने 60.92 प्रतिशत, जबकि पुरुषों ने 60.21 प्रतिशत मतदान किया. इस चुनाव में मतदान करने वाले मतदाताओं की कुल संख्या 94,51,997 थी, जिसमें से 50,42,988 पुरुष, 44,08,606 महिलाएं और 403 अन्य श्रेणी के मतदाता थे.

ऐसे में भाजपा की इस प्रचंड जीत में ‘महिला फैक्टर’ सबसे ज्यादा हावी रहा. महिला मतदाताओं ने इस बार आम आदमी पार्टी से ज्यादा भरोसा भाजपा के चुनावी वादों पर दिखाया. 2020 के चुनाव में, इसी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की तरफ से महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा योजना का उसकी जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा था. इस बार भी महिला मतदाताओं के लिए वादों का पिटारा ‘आप’ की तरफ से खोला गया, जिसमें महिलाओं की फ्री बस सेवा जारी रखना और ‘महिला सम्‍मान योजना’ के तहत महिलाओं को 2,100 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया गया.

भाजपा पर महिलाओं का भरोसा
ऐसा ही वादा कांग्रेस की तरफ से भी महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए किया गया, जिसमें ‘प्यारी दीदी योजना’ के तहत महिलाओं को प्रतिमाह 2,500 रुपए देने का और ‘महंगाई मुक्ति योजना’ के तहत 500 रुपए में सिलेंडर देने का वादा शामिल था. जबकि, भाजपा ने आम आदमी पार्टी सरकार की तरफ से दी जा रही फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं के लिए फ्री बस जैसी योजनाओं को जारी रखने का आश्वासन देने के साथ, ‘महिला समृद्धि योजना’ के तहत महिलाओं को प्रतिमाह 2,500 रुपए देने का वादा किया. गरीब महिलाओं को 500 रुपए में सिलेंडर, होली, दीपावली में मुफ्त सिलेंडर के साथ गर्भवती महिला को 21,000 रुपए देने का भी वादा किया गया.

Delhi Result Analysis: बजट, BJP, बिजली… दिल्ली में आखिर कैसे बिगड़ गया केजरीवाल का खेल, AAP की हार के ये अहम कारण

भाजपा के वादे पर लोगों ने दिया वोट
भाजपा की तरफ से 60 से 70 वर्ष के बुजुर्गों की पेंशन 2,000 रुपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 2,500 रुपए करने का वादा किया गया. 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों, दिव्यांगों, विधवा व वंचित महिलाओं की पेंशन राशि 2,500 से बढ़ाकर तीन हजार रुपए करने का वादा, प्रत्येक झुग्गी बस्ती में अटल कैंटीन खोलकर पांच रुपए में भोजन उपलब्ध कराने की भी घोषणा की गई. मतलब, इस बार राजधानी में पार्टियों ने नई योजनाओं के साथ महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए. दिल्ली की महिलाओं का इन तीनों पार्टियों में से भाजपा के वादे और ‘पीएम मोदी की गारंटी’ पर ज्यादा भरोसा दिखा. दिल्ली की महिला मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया और इसी का परिणाम रहा कि पार्टी दिल्ली में 48 सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह रही कि वर्ष 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के समय भी ‘आप’ ने महिलाओं को प्रतिमाह आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी, लेकिन, वह आज तक वह लागू नहीं हो पाई. वहीं, दूसरी तरफ भाजपा शासित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, असम में महिलाओं को आर्थिक सहायता मिल रही है.

homenation

केजरीवाल के वादे के आगे मोदी की गारंटी पर महिलाओं ने किया यकीन, जमकर डाले वोट

source

yashoraj infosys : best web design company in patna bihar
yashoraj infosys : best web design company in patna bihar

viral blogs

About Author

You may also like

Trending

नासिक में ट्रक और टेंपो में जोरदार टक्कर, 8 लोगों की मौत, कई घायल

Last Updated:January 12, 2025, 23:34 IST Road Accident: नासिक में एक भीषण रोड एक्सीडेंट में 8 लोगों की मौत हो
Trending

रोहिड़ी महोत्सव: राजस्थानी परंपरा, विरासत और पर्यटन को नई ऊंचाई देने का माध्यम

Last Updated:January 13, 2025, 00:09 IST Music Festival: ‘द रोहिड़ी’ महोत्सव का आयोजन सीमावर्ती रोहिड़ी में किया जाना था, लेकिन