कांवड़ियों की मुश्किलें खत्म! सुल्तानगंज से देवघर के बीच बन रही नई रेल और सड़क

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सुल्तानगंज से देवघर की यात्रा को सुगम बनाने के लिए नई रेल लाइन और फोरलेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है. 290 करोड़ की लागत से बनने वाली यह रेल लाइन दूरी कम करेगी, जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी. हर साल 1 कर…और पढ़ें

रेलवे
सत्यम कुमार/भागलपुर- सुल्तानगंज से देवघर जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. अब इस मार्ग पर रेल सेवा को और सुगम बनाया जा रहा है. सुल्तानगंज से देवघर तक नई रेल लाइन बिछाई जाएगी, जिससे यात्रा पहले से ज्यादा सुविधाजनक और कम समय में पूरी हो सकेगी. अभी तक इस मार्ग पर केवल श्रावणी मेले के दौरान विशेष ट्रेनें चलाई जाती हैं, जबकि सामान्य दिनों में केवल दो ट्रेनें उपलब्ध हैं. लेकिन इस नई परियोजना के पूरी होते ही ट्रेनों की संख्या में वृद्धि होगी और यात्रियों के आवागमन में भी बढ़ोतरी होगी.
290 करोड़ की लागत से तैयार होगी नई रेल लाइन
सुल्तानगंज से भागलपुर के बीच नई रेल लाइन बिछाने के लिए 290 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर इस परियोजना को जल्द शुरू करने की मांग की है. इस 78.08 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन के बनने से यात्रा की दूरी 105 किलोमीटर से घटकर कम हो जाएगी, जिससे श्रद्धालु और आम यात्री दोनों को राहत मिलेगी.
श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम जलाभिषेक के लिए देवघर जाते हैं, लेकिन मौजूदा रेलमार्ग पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. मालदा डिविजन के अधिकारियों के अनुसार, अभी कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट से क्लीयरेंस मिलना बाकी है, लेकिन प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है. इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही भागलपुर, मुंगेर, खगड़िया और बांका के यात्रियों का देवघर से संपर्क और भी आसान हो जाएगा.
सड़क मार्ग भी होगा सुगम
केवल रेल मार्ग ही नहीं, बल्कि सुल्तानगंज से देवघर के बीच सड़क मार्ग को भी चौड़ा और सुगम बनाया जा रहा है. सुल्तानगंज से दर्दमारा तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी ने बताया कि यह सड़क बनने के बाद यात्रियों को देवघर तक पहुंचने में कम समय लगेगा, जिससे सावन के महीने में विशेष रूप से श्रद्धालुओं को फायदा होगा.
हर साल 1 करोड़ से अधिक कांवड़ियों की यात्रा
श्रावण मास के दौरान हर साल 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु उत्तरवाहिनी गंगा से जल भरकर बाबा बैद्यनाथ धाम में जलाभिषेक करने के लिए देवघर जाते हैं. अजगैबीनाथ मठ के मठाधीश प्रेमानंद गिरी महाराज के अनुसार, पूरे देश में केवल दो स्थानों पर ही उत्तरवाहिनी गंगा बहती है. एक काशी विश्वनाथ में और दूसरा सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम में. धार्मिक मान्यता के अनुसार, उत्तर दिशा भगवान शिव को प्रिय होती है, इसलिए इस दिशा से लिया गया जल विशेष महत्व रखता है.
Bhagalpur,Bihar
February 27, 2025, 15:27 IST
