कम लागत में डबल! खेती की खेती से बोकारो का यह किसान मचा रहा तांडव

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Khere Ki Kheti: बोकारो में रहने वाले एक युवा किसान ने खीरे की खेती से लाखों का मुनाफा कर रहे हैं और अन्य लोगों को प्ररित भी कर रहे हैं. उन्होंने 32 डिसमिल में ड्रिप इरीगेशन और मल्चिंग तकनीक से खेती की.

किसान कि तस्वीर
हाइलाइट्स
- बोकारो के किसान शशि कुमार खीरे की खेती से 32,000 रु. मासिक मुनाफा कमा रहे हैं.
- शशि ने 32 डिसमिल में ड्रिप इरीगेशन और मल्चिंग तकनीक से खेती की.
- खीरे की खेती से 10-12 क्विंटल उत्पादन और 20-32 हजार रु. मुनाफा.
खीरे की खेती. बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड के अमाडीह गांव के युवा किसान शशि कुमार ने पढ़ाई के साथ-साथ खेती को अपनाकर एक मिसाल पेश कर रहे हैं. शशि 32 डेसिमल क्षेत्र में आधुनिक तरीके से खीरे की खेती कर दोगुनी आमदनी हासिल की है, जिसे गांव के दूसरे युवा किसान भी उनसे खुब प्रेरित हो रहे हैं.
लोकल 18 से खास बातचीत में युवा किसान शशि ने बताया कि वह किसान परिवार से इसलिए खेती उनके खून में है और वह पीछले 5 सालों से 3 एकड़ में अलग-अलग फसलों की खेती कर रहे हैं. फिलहाल सीजन को ध्यान रखते हुए उन्होंने 32 डेसिमल के क्षेत्र में ड्रिप इरीगेशन और मल्चिंग विधि से खीरे की खेती कर रहे हैं और साथ ही विनोद बिहारी महतो कोलांचल यनिवर्सिटी से स्नातक सेमेस्टर 3 में पढ़ाई कर रहे हैं.
किसान शशि ने आगे बताया कि उन्होंने जनवरी के आखिरी हफ्ते में खीरे की बुवाई की थी और यह फसल 45 से 50 दिन में तैयार हो जाती है और मौजूदा सीजन के अनुसार खीरा सबसे बेहतर फसल है, क्योंकि खीरे कि मांग लगभग साल भर होती है और किसान 32 डेसिमल के क्षेत्र में खीरे कि खेती कर पहले तोड़ाई में करीबन 3 से 4 क्विंटल खीरे का उत्पादन कर सकते हैं.
वहीं पुरे सीजन खीरे कि खेती से 10 से 12 क्विंटल खीरे का उत्पादन हो जाता है और वह तोड़ाई के बाद खीरा वह पेटरवार हाट में बेचते हैं, जहां मंडी में उन्हें थोक भाव 15 रूपय से लेकर 30 रूपए प्रति किलो तक बिक्री हो जाती है और किसान को 32 डिसमिल में खीरे की खेती पर लगभग 10 से 15 हजार रुपए तक का लागत आई है. वहीं किसान पुरे सिजन इससे 20 से 32 हजार रुपए तक मुनाफा कमा सकता है.
आखिर में शशि ने किसानों को सलाह दी है कि अगर वह सच्ची मेहनत और लगन से खेती में मेहनत करें, तो इससे किसान दो गुना और तीन गुना कमाई कर सकता है.
