इस शक्स ने जूट से शुरू किया ये बिजनेस, अब करोड़ों में है कमाई
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Success Story: निलंता दास बताते है कि इनका खुद का ही मैन्युफैक्चर है और एक दिन में लाखों बैग्स तैयार हो जाते हैं. इसके अलावा बैग्स बनाने में काफी लेबर की जरूरत होती है. हर एक जगह 10 से 12 लेबर होते है बैग्स के …और पढ़ें
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जूट ने बदल दी जिंदगी, लाख से ज्यादा प्रोडक्ट बनाकर निलंता दास कमा रहें हैं करोड़
दिल्ली: जब भी हम किसी सफलता की कहानी सुनते हैं तो वो अक्सर संघर्ष, मेहनत और सही दिशा में की गई कोशिशों की मिसाल होती है. एक ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है निलंता दास की, जिन्होंने जूट उद्योग को अपनी मेहनत और नवाचार से न केवल व्यवसायिक रूप से सफल बनाया, बल्कि 70 लोगों को रोजगार भी दिया. निलंता की कड़ी मेहनत और सोच ने उन्हें सफलता दिलाई. आज, उनका व्यापार करोड़ों में है और वे लाखों जूट उत्पाद तैयार करके बेचते हैं. उन्होंने न केवल अपनी जीवन की दिशा बदल दी, बल्कि लाखों रोजगार के अवसर भी पैदा किए. इनकी कंपनी अब न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जानी जाती है.
निलंता दास ने अपनी कंपनी की शुरुआत छोटे स्तर पर की थी, लेकिन आज उनकी फैक्ट्री में रोज़ाना लाखों जूट उत्पाद बनते हैं. इतना ही नही अपने उत्पादों को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से जोड़ा और ऑनलाइन बिक्री के माध्यम से अपने बिजनेस को और भी बढ़ाया. निलंता प्रेमचंद जूट नाम की कंपनी चाला रहें हैं. कहते है कि पर्यावरण संरक्षण और सस्टेनेबल प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग के साथ, भारत में 100% जूट के उत्पादों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. जूट, जो एक प्राकृतिक और बायोडिग्रेडेबल सामग्री है, अब न केवल पारंपरिक बोरेज के रूप में, बल्कि फैशन, गृह सजावट, और इको-फ्रेंडली पैकिंग में भी उपयोग हो रहा है और हमारे जूट बैग्स पर्यावरण के लिए बहुत अच्छे हैं.
दिन में होते हैं लाखों बैग्स तैयार
निलंता दास बताते है कि इनका खुद का ही मैन्युफैक्चर है और एक दिन में लाखों बैग्स तैयार हो जाते हैं. इसके अलावा बैग्स बनाने में काफी लेबर की जरूरत होती है. हर एक जगह 10 से 12 लेबर होते है बैग्स के काम में, प्रोडक्शन के हिसाब से लेबर की जरूरत पड़ती है. काम के दौरान महिलाओं का काफी सहयोग होता है. हर एक क्षेत्र में महिलाएं काम करती हैं, फिर चाहे वो प्रिंटिंग का क्षेत्र हो या फिर स्टिचिंग का क्षेत्र हो हमारी कंपनी में 10,000 से ज्यादा लेबर काम कर रहे हैं.
February 20, 2025, 19:10 IST
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