इस गांव में एक-एक कर मर गए 25 बंदर, वन विभाग हैरान-परेशान, ऐसा हुआ कैसे?

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Telangana News: बंदरों की मौत का रहस्य लगातार गहराता जा रहा है. बड़ी बात यह है कि गांव के लोग बंदरों के आतंक से परेशान थे. वन विभाग और सरकार को कई बार बंदरों का टीकाकरण करने के लिए अनुरोध किया गया था. हालांकि…और पढ़ें

बंदर की मौत की संख्या लगातार बढ़ती गई. (File Photo)
हाइलाइट्स
- तेलंगाना के कुरावी गांव में 25 बंदरों की मौत.
- वन विभाग और पुलिस मामले की जांच में जुटे.
- बंदरों की आबादी से परेशान हैं महबूबाबाद के लोग.
Telangana News: देश का ऐसा कोई राज्य नहीं जहां लोग बंदरों की समस्या से त्रस्त ना हों. कई स्थानों पर यह देखा गया है कि बंदर लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं और उनका खाना भी छीन लेते हैं. प्रशासन भी इस समस्या से निजात दिला पाने में अबतक पूरी तरह से फैल साबित हुआ है. इसी बीच तेलंगाना के महबूबाबाद जिले के कुरावी गांव में कुछ ऐसा हुआ, जिसे देखकर हर किसी के होश उड़ गए. दरअसल, यहां बंचराई थांडा के बाहरी इलाके में 25 बंदरों की डेड बॉडी मिली. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इन बंदरों की मौत कैसे हुई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीणों ने बंदरों के शवों को एक कृषि क्षेत्र के पास फेंका हुआ था. जिला प्रशासन को जब इसकी खबर मिली तो हर कोई हैरान रह गया. तुरंत वन विभाग ने इसकी जांच बैठा दी. प्रारंभिक जांच में पता चलता है कि बंदरों को जहर दिया गया होगा. कुरावी के वन प्रभागीय अधिकारी एम श्रीनिवास ने टीओआई से कहा कि वन अधिकारी, पुलिस और राजस्व अधिकारी मिलकर जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए काम कर रहे हैं.
5 साल बार फिर मिले बंदरों के शव
2020 में महबूबाबाद में भी ऐसी ही घटना हुई थी, जब कथित तौर पर 40 बंदरों को जहर देकर बोरियों में भर दिया गया था. अब मिले बंदरों के शव मंगलवार को सानिगापुरम गांव के पास एक पहाड़ी पर थे. अधिकारी ने बताया कि कई छोटे बंदरों सहित शवों के सड़ने की स्थिति के कारण पोस्टमॉर्टम नहीं किया जा सका.
बंदरों की समस्या से त्रस्त हैं लोग
महबूबाबाद जिले में बंदरों की आबादी लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है. सरकार से बार-बार बंदरों की आबादी पर नियंत्रित लगाने की मांग की जाती रही है. बंदरों की तेजी से बढ़ती आबादी के कारण जिले में लोगों और उनके बीच टकराव की स्थिति कई बार पेश हो चुकी है. बंदर सब्जियों, बगीचों और खेतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. बड़ी संख्या में बंदरों की मौजूदगी के कारण लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डरते हैं.”
January 27, 2025, 15:00 IST
